गेहूं साप्ताहिक तेजी मंदी रिपोर्ट 19 फरवरी 2024: पिछले सप्ताह सोमवार दिल्ली गेहूँ-2500/2600 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम दिल्ली गेहूँ 2400/50 रुपये पर बंद हुआ, बीते सप्ताह के दौरान गेहूँ मे मांग न रहने से -150 रूपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुआ, बाजार से डिमांड गायब और नए माल की आवक शुरू जिस कारण भाव मंदा।
राज्यवार गेहूं बाजार रुझान
महाराष्ट्र : के नागपुर में बाजार के भाव रहे स्थिर, मुंबई और पुणे में बाजार के भाव 50 रूपए से अधिक कमजोर रहे भुवनेश्वर के बाजार में भाव रहे स्थिर
भुवनेश्वर के बाजार में भाव रहे स्थिर
दिल्ली फ्लौर मिल : के भाव में 60 रूपए की गिरावट दर्ज की गई है अन्य फ्लौर मिलो के भाव में भी आटा, मैदा और सूजी का उठाव न होने के कारण भाव लगातार नीचे का रुख बनाए हुए है।
उत्तरप्रदेश : यूपी में बाजार के भाव रहे कमजोर, गोंडा में भाव 30 रूपए से कमजोर रहे अन्य बाजार के भाव भी कमजोर ही दिखे।
मध्यप्रदेश : के बाज़ारो में गेहूं की हलकी सी आवक शुरू हो चुकी है जो की 15 दिन बाद और रफतार पकड़ लेगी, हरदा मंडी में भाव 80 रूपए तक कमजोर रहे वहीं मध्यप्रदेश की अन्य बाज़ारो में भी भाव में गिरावट दर्ज की गई
अंतर्राष्ट्रीय अपडेट (INTERNATIONAL NEWS)
मिस्र के राज्य अनाज खरीदार, जनरल अथॉरिटी फॉर सप्लाई कमोडिटीज ने गुरुवार को कहा की उसने एक निविदा में 180,000 मीट्रिक टन गेहूं ख़रीदा है, इसमें कहा गया है की खरीद में 120,000 टन यूक्रेनी गेहूं और 60,000 टन रोमानियाई गेहूं शामिल था।
जापान के कृषि वानिकी और मत्स्य पालन मंत्रालय ने गुरुवार को निविदा में संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया से कुल 115,035 मीट्रिक टन खाद्य गुणवत्ता वाला गेहूं ख़रीदा।
FCI भंडार (STOCK) की स्थिति
वर्तमान में FCI के पास 11.93 मिलियन मीट्रिक टन गेहूं का स्टॉक है, जो 2016 के बाद से सबसे कम है।
- FCI के 35 टेंडर में कुल 5,00,000 लाख टन गेहूं की पेशकश की जाएगी।
- गेहूं का अगला टेंडर 21 फरवरी को होगा।
- टेंडर में पुनः 2500 के ऊपर की बिडिंग देखी गई।
NOTE
- जैसा की पिछली रिपोर्ट में बताया था, मिल कोलिटी के भाव में बाजार कुछ कमजोर हुए आगे भी कुछ और कमजोरी देखी जा सकती है।
- मैदा का उठाव बिलकुल नही, जिस वजह से फ्लौर मिलो के भाव में गिरावट का रुख जारी है।
- राजस्थान में किसानो का पंजीकरण बेहतर
- मध्यप्रदेश में किसानो को सरकार को गेहूं देने में रूचि कम।
- साउथ लाइन में भी बाजार के भाव रहे कमजोर
गेहूं फसल रिपोर्ट (CROP REPORT)
आगामी 15 दिन फसल के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहाँ से मौसम में गर्माहट बनती है, जिससे फसल की क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों ही प्रभावित होने की आशंका है। वैसे भी मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में फसल की पैदावार कम बताई जा रही है, शुरुवाती समय में बोए गए फसल की स्थिति बेहतर , लेकिन जो फसल देरी से बोए गए उनमे कुछ कमी देखी जा सकती है।
चोकर REPORT
- अपने घरेलू बाजार में चोकर के भाव क्यों मजबूत हो रहे?
- भारत और बंगलादेश की सिमा पर चोकर की मांग बढ़ रही है, कुछ डिमांड घरेलु है तो कुछ से अधिक डिमांड बोर्डर के उस पार से आ रही
- हालाँकि अभी चोकर का एक्सपोर्ट बंद है।
- बड़े व्यापारियों का यह मानना है की भविष्य में चोकर की एक्सपोर्ट पर कुछ रियायत दी जा सकती है।
- जिस कारण से गोरखपुर और कोलकाता में चोकर के भाव 50 रूपए से अधिक मजबूत हुए।
गेहूं का भविष्य : मिल क्वॉलिटी में बाजार के भाव अभी कुछ और कमजोर हो सकते है।
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