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देसी चने की कीमतों में उछाल ,गेहूं मक्का मंदा, देखें तेजी मंदी की रिपोर्ट

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एग्री कमोडिटी न्यूज़ 30 नवंबर 2022 : देसी चने में धीरे-धीरे तेजी कायम रहेगी l देसी चने की आपूर्ति उत्पादक मंडियों से काफी घट गई है तथा सरकारी माल के पड़ते भी मिलिंग के हिसाब से ऊंचे लगने लगे हैं, उसे देखते हुए बाज़ार और तेज होने वाला है तथा कारोबारी यह अनुमान लगा रहे हैं की इस हिसाब से माल मिलना कम हो गया हैl उसे देखते हुए राजस्थानी चना लॉरेंस रोड पर शीघ्र 5500 रूपए बन सकता है तथा इसे पार करते ही 6000 रूपए भी आगे चलकर बन जाना कोई बड़ी बात नहीं है l

हम मानते हैं की चारों तरफ चना कारोबारियों को मई के बाद से काफी नुकसान उठाना पड़ा है, ब्याज-भाड़ा लगाकर चना 5600/5700 रूपए प्रति क्विंटल के पड़ते में स्टॉक में है l

राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य-प्रदेश, कर्नाटक एवं आंध्र-प्रदेश सभी उत्पादक क्षेत्रों में देसी चने की बिजाई लगभग समाप्त हो चुकी है तथा उत्पादक क्षेत्रों से फीडबैक औसतन 32 प्रतिशत बिजाई कम होने की आ रही है l इन सब के बावजूद सरकारी माल की क्वालिटी हल्की आने लगी है तथा जितने प्रेशर में पहले सरकार बेच रही थी, वह उत्सुकता अब कम होने लगी है l

यही कारण है की प्राइवेट सेक्टर से दाल मिलों को चने की खरीद करनी पड़ रही है l वर्तमान में चना 50 रूपए और बढ़कर 5175/5200 रूपए प्रति क्विंटल हो गया l

कई दाल मिलर्स का कहना है की 5200 रूपए का राजस्थानी चना खरीद कर 5775 रूपए मिल के गेट पर पड़ रहा है, जबकि वही दाल 5650 रूपए बिक रही है, इसलिए इस समय 125 रूपए प्रति क्विंटल का घर से नुकसान जा रहा है l अतः दाल के पड़ते को देखकर वर्तमान में चना 5400 रूपए होना चाहिए था l अतः इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए चने के भाव जल्दी 400/500 रूपए और बढ़ सकते है l

गेहूं में हल्की गिरावट

गेहूं पिछले दिनों आई तेजी के बाद स्टॉकिस्टों की मुनाफावसूली बिकवाली निकलने और फ्लोर मिलों की मांग कमजोर पड़ने से यहां गेहूं में मंदी आई। गेहूं मिल पहुंच 45 रुपए गिरकर 2850 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गया। बीते दिन इसमें 20 रुपए की तेजी आई थी। सप्ताहांत में होने वाले चुनाव की वजह से भी बाजार की धारणा पर असर हो रहा है। आने वाले एक-दो दिनों में हाजिर में गेहूं की मंदी पर अस्थाई ब्रेक लग सकता है।

मक्का में सुस्ती जारी

मक्का स्टॉकिस्टों की लिवाली सुस्त ही बनी होने से यहां मक्की यूपी 2350 रुपए प्रति क्विंटल के पूर्वबंद स्तर पर ही अपरिवर्तित बनी रही। हाल ही में इसमें 20-30 रुपए की मंदी आई थी। अंतर्राष्टारीय बाजार में मक्की में हाल ही में आई मंदी की वजह से बाजार की धारणा प्रभावित हो सकती है। आने वाले एक-दो दिनों में हाजिर में मक्की में सुस्ती जारी रह सकती है।

इसे देखें : चना गेहूं मक्का के हाजिर मंडी भाव यहाँ देखें

नोट: व्यापार अपने स्वयं के विवेक से करें.

मैं जगत पाल पिलानिया ! ई मंडी रेट्स का संस्थापक हूँ । ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों को मंडी भाव और खेती किसानी से जुड़ी जानकारियाँ प्रदान कर रहा है।

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