Wheat Weekly Report 2 October : पिछले सप्ताह के दौरान सोमवार को दिल्ली गेहूँ 2590 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम दिल्ली गेहूँ 2600 रुपये पर बंद हुआ, बीते सप्ताह के दौरान गेहूँ मे मांग बनी रहने से +10 रुपए प्रति कुंटल की मजबूत दर्ज की गई । इस सप्ताह दिल्ली लाइन में आवक कुल 26,500 क्विंटल की रही।
दिल्ली लाइन 2560 के नीचे कमजोर होगा, जब तक बाजार इसके ऊपर है तब स्थिति मजबूत ही समझो। आज यानी 2 अक्टूबर (सोमवार) को दिल्ली बाजार अगर 2620 के आस पास या 2600 पर भी बंद होता है तो 2680 के भाव भी जल्द ही देखने को मिलेंगे। हमारा मनाना है की सरकार त्योहारी सीजन की डिमांड के वक़्त ही क्वांटिटी बढ़ाने का निर्णय लेगी।
(FCI TENDER INFO)
FCI ने OMSS के तहत अब तक कुल 20 लाख टन गेहूं बेच चूका है।
FCI के 15TH टेंडर में कुल 2,010,50 टन की पेशकश की जाएगी।
FCI अपने हर टेंडर में 2 लाख टन गेहूं की पेशकश करती है, जिसमे औसतन 1.80 लाख टन हर टेंडर में बिक जाते है।
गेहूं बीज
यह साल गेहूं की बीज का काम करने वालो के लिए बेहतर समय रहेगा। सरकार द्वारा MSP में 10% तक बढ़त की जा सकती है। पिछले 2 साल से गेहूं की फसल में कमजोरी देखते हुए सरकार इस साल किसानो को ज्यादा उपज देने वाली बीज और ज्यादा से ज्यादा किसानो को गेहूं लगाने के लिए प्रेरित करेगी। केंद्र ने राज्यों से किसानो के बीच गेहूं की गर्मी प्रतिरोधी और अधिक उपज देने वाली किस्मो को बढ़ावा देने को कहा है।
गेहूं का अगला टेंडर 04 अक्टूबर को रखा गया है। गेहूं बाजार की स्थिति अब भी मजबूती की और ही इशारा कर रही है।
गेहूं का फंडामेंटल मजबूत।
(STOCK UPDATION)
हर शुक्रवार को अपने स्टॉक की जानकारी सरकार को जरूर दे
(NOTE)
बीते सप्ताह 3 दिन अधिकांश बाजार बंद थे, तो किसी भी बाजार में ज्यादा हल चल नहीं देखने को मिली। इस सप्ताह बाजार का माहौल स्थिर ही रहा। उत्तरप्रदेश की कई बाजार में आटा और मैदा के भाव मजबूत हुए है। ट्रेडर और मिलर्स दोनों ही बाजार से माल को खरीद रहे है। इस सप्ताह पंजाब, मध्यप्रदेश और झारखंड में बाजार के भाव मजबूत रहे और उत्तरप्रदेश गुजरात और महाराष्ट्र में स्थिर जैसा माहौल रहा।
(REK LOADING)
उत्तरप्रदेश के शाजहांपुर से प्रति दिन 2 रेक लोड किए जा रहे है। यह रेक लोडिंग 2510 के भाव पर की जा रही है।
रेलवे भाड़ा की 15% बढ़ोतरी को लेकर कल से 1-2 दिन आगे रैक नहीं हैं।
(OFFICIAL STATEMENT)
इस बार बारिश के पैटर्न में काफी उतार चढाव रहा, किसी महीने बारिश अधिक रही तो किसी महीने सूखे जैसा माहौल रहा इसका परिणामस्वरूप, देश में 5% बारिश की कमी रही, यूनियन एग्रीकल्चर सेक्रेटरी मनोज आहूजा ने कहा।
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डिस्क्लेमर:
Wheat Price Report: कृपया व्यापार अपने स्वयं के विवेक से करें। हमारा उद्देश केवल किसानों तक जानकारी पहुँचाना है। किसी भी प्रकार के नफे या नुकसान (nafa nuksan) की हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।