किसान इस ग्रुप से जुड़े Join Now

नाफेड की बिकवाली शुरू होने की रिपोर्ट के चलते सरसों में आई बड़ी गिरावट, देखें सरसों साप्ताहिक रिपोर्ट

Jagat Pal

Google News

Follow Us

कृषि व्यापार समाचार 11 सितंबर 2023 : सरकारी एजेंसी- नैफेड ने अपनी स्टॉक में मौजूद सरसों (Mustard) को खुले बाजार में बेचने का प्लान बनाया है और मंडियों में इसकी सामान्य आवक के बीच व्यापारियों तथा मिलर्स की मांग सीमित होने से कीमतों पर कुछ दबाव पड़ने लगा है। बीते सप्ताह सोमवार को जयपुर में सरसों कंडीशन का भाव 5900 रुपये पर खुला था जो शनिवार शाम 5750 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान सरसो में कमजोर मांग के चलते -150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट देखने को मिली।

नाफेड करेगा 18 सितम्बर से सरसों की बिक्री के टेंडर जारी

नैफेड द्वारा 18 सितम्बर से सरसों की बिक्री के लिए टेंडर जारी करने का फैसला लिया है। इसके तहत हरियाणा में करीब 3.42 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 32 हजार टन, राजस्थान में 4.86 लाख टन, मध्य प्रदेश में 1.67 लाख टन तथा गुजरात में 84 हजार टन सरसों बेचने की योजना है। 

नैफेड के पास लगभग 11.10 लाख टन सरसो का स्टॉक उपलब्ध है। नाफेड की बिकवाली शुरू होने की रिपोर्ट से घबराहट में स्टॉकिस्ट और किसान ने बिकवाली बढ़ायी। बिकवाली बढ़ने से सरसो के भाव इस सप्ताह 200 रुपये तक टूटे।

मीलों ने भी नाफेड की बिकवाली की खबर का फायदा उठाया और खरीदारी भाव 200 रुपये तक घटाया। सरसो तेल में इस सप्ताह 5-6 रुपये/किलो की गिरावट दर्ज की गयी, वहीं खल में 2-3 रुपये/किलो की गिरावट आयी।

तेल और खल में गिरावट बढ़ने से सरसो की क्रशिंग मार्जिन में गिरावट बढ़ी जिससे कई कंपनियों ने सरसो की खरीदारी रोकी नाफेड की बिकवाली शुरू होने तक कुछ भी कह पाना मुश्किल। नाफेड के माल की क्वालिटी हलकी रहेगी इसलिए किस भाव पे बिकवाली होती है इस पर नजर रहेगी।

सरसों में आगे कैसा रहेगा बाजार

सरसो तेल की डिमांड वैसे ही कमजोर थी उस पर नाफेड की बिकवाली अधिक दबाव बना रहा है। मौजदा स्तरों से सरसो के भाव में 200-250 का रिस्क है वहीं सरसो कच्ची घानी भी 1000 के स्तर तक फिसल सकता है। नयी खरीदारी के लिए नाफेड की बिकवाली शुरू होने तक व्यापारी को इंतज़ार करना चाहिए।

इसे भी पढ़े : दिल्ली मंडी (11 सितंबर 2023) मूंग में 250 रुपए मंदा, मोठ चना तेज,जाने आज क्या खुले भाव

डिस्क्लेमर:

Mustard Price Report:  कृपया व्यापार अपने स्वयं के विवेक से करें। हमारा उद्देश केवल किसानों तक जानकारी पहुँचाना है। किसी भी प्रकार के नफे या नुकसान (nafa nuksan) की हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।

मैं जगत पाल पिलानिया ! ई मंडी रेट्स का संस्थापक हूँ । ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों को मंडी भाव और खेती किसानी से जुड़ी जानकारियाँ प्रदान कर रहा है।

Leave a Comment