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दिवाली से पहले सरसों में ₹200 का उछाल, तेल और खल के भी बढ़े दाम, देखें साप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट

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नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय खाद्य तेल बाजार (International edible oil market) में मजबूती और त्यौहारी सीजन की शुरुआत के चलते भारतीय घरेलु बाजार में तेलों की मांग में सुधार से सरसों (Mustard Price), तेल और खल की क़ीमतों में तेजी आई है। बीते हफ्ते के कारोबार में सरसों के भाव 150-200 रुपये क्विंटल तेज हुए तो वहीं सरसों तेल 25-30 रुपये प्रति किलों और खल के भाव 50-60 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़े।

सरसों साप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट (9 से 14 अक्टूबर)

पिछले सप्ताह यानी सोमवार को जयपुर सरसों कंडीशन का भाव 5775 रुपये पर खुला जो की शनिवार की शाम को 5950 रुपये पर बंद हुआ। इस प्रकार बीते सप्ताह के दौरान सरसो में मांग बनी रहने से +175 रुपये प्रति क्विंटल की मजबूती दर्ज की गई।

वहीं अगर सलोनी की बात करें तो प्लांटो ने भाव में 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की जिसके बाद भाव 6400 रुपये प्रति क्विंटल के हो गये है।

सरसो तेल और खल में मजबूती

सरसों तेल (Oil) कच्ची घानी और सरसों ऑइल एक्सपेलर के दाम भी बीते हफ़्ते के दौरान 300-300 रुपये की बढ़त के साथ भाव क्रमश: 10650 रुपये प्रति क्विंटल और 10550 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।

सरसों खल (Sarso Khal) की बात करें तो बीते हफ़्ते सोमवार को जयपुर सरसों खल 3005 रुपये पर पर खुली और शनिवार को 3065 रुपये पर बंद हुई इस प्रकार बीते हफ़्ते के दौरान प्रति क्विंटल 60 रुपये की बढ़त दर्ज की गई।

दिवाली से पहले सरसों में तेजी

दिवाली से पहले सरसो, सरसो तेल और खल में एक बढ़त देखने को मिलती है जो इस वर्ष भी दिख रही है। 1 अक्टूबर की साप्ताहिक रिपोर्ट में हमने आपको दिवाली से पहले एक, उछाल आने की सम्भावना जताई थी। और साथ में यह भी सलाह दी थी की जो भी तेजी दिवाली से पहले मिले उसका उपयोग हाथ में पड़े स्टॉक को निकालने के लिए करना चाहिए।

इस सप्ताह कैसी रहेगी सरसों की चाल?

पिछले वर्ष (2022) अक्टूबर से नवंबर के मध्य तक सरसो में 1000 रुपये की बढ़त देखने को मिली थी जयपुर सरसो के भाव सीज़न के उच्चतम स्तर 6050 के करीब हैं जो की एक मुख्य रेजिस्टेंस के तौर पर काम कर रही है। 6050 के रेजिस्टेंस को तोड़कर ऊपर टिकने पर सरसो में आगे की तेजी देखने को मिलेगी आने वाले सप्ताह में इस स्तर पर नजर बनाये रखें।

डिस्क्लेमर:

Mustard Price Weekly Report:  कृपया व्यापार अपने स्वयं के विवेक से करें। हमारा उद्देश केवल किसानों तक जानकारी पहुँचाना है। किसी भी प्रकार के नफे या नुकसान (nafa nuksan) की हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।

मैं जगत पाल पिलानिया ! ई मंडी रेट्स का संस्थापक हूँ । ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों को मंडी भाव और खेती किसानी से जुड़ी जानकारियाँ प्रदान कर रहा है।

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