विदेशों में खाद्य तेलों के दाम में तेजी के चलते सरसों की कीमतों में आया सुधार, देखें ये रिपोर्ट

Jagat Pal

Google News

Follow Us

नई दिल्ली : विदेशों में खाद्य तेलों के दाम कल लगातार दूसरे दिन तेज होने से घरेलू बाजार में शुक्रवार को सरसों की कीमतों में सुधार आया। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 50 रुपये तेज होकर दाम 5,150 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें शुक्रवार को 19-19 रुपये तेज होकर भाव क्रमश: 953 रुपये और 943 रुपये प्रति 10 किलो हो गई। इस दौरान सरसों खल के दाम 5 रुपये तेज होकर 2555 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

अल नीनो से उत्पादन प्रभावित

व्यापारियों के अनुसार अल नीनो से उत्पादन प्रभावित होने की आशंका के साथ ही नीचे दाम पर मांग निकलने से लगातार दूसरे दिन विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। जानकारों के अनुसार अल नीनो के प्रभाव से एशिया में खाद्यान्न उत्पादन प्रभावित होने का डर है, साथ ही अमेरिका में सोयाबीन उत्पादक गंभीर सूखे का सामना कर रहे हैं। इसलिए विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में सुधार आया है।

जानकारों के अनुसार घरेलू बाजार में नीचे दाम पर मांग निकलने से सरसों एवं तेल की कीमतों में सुधार आया है। वैसे भी घरेलू तेल मिलों को डिस्पैरिटी का सामना करना पड़ रहा है, जिस कारण छोटी तेल मिलें उत्पादन बंद कर चुकी है।

हालांकि किसानों के साथ ही स्टॉकिस्टों के पास सरसों का बकाया स्टॉक ज्यादा है, इसलिए उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक अभी बनी रहेगी। ऐसे में घरेलू बाजार में सरसों एवं तेल में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्वय तेलों की कीमतों पर निर्भर करेंगी।

विदेशी बाज़ारों की स्थिति

सप्ताह के अंतिम सत्र में मलेशियाई पाम तेल वायदा लगभग 3.4 फीसदी तेज हुआ, हालांकि पिछले सप्ताह की तुलना में इसके दाम 5 फीसदी नीचे रहे।

अन्य खाद्वय तेलों में तेजी के साथ ही और अल नीनो के प्रभाव की चिंता के कारण पाम तेल वायदा शुक्रवार को लगातार दूसरे सत्र तेज होकर बंद हुआ।

बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (बीएमडी) पर अगस्त डिलीवरी के पाम तेल वायदा अनुबंध के भाव 111 रिगिंट यानी की 3.39 फीसदी की तेजी आकर भाव 3,390 रिंगिट प्रति टन हो गए।

इस दौरान शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोया तेल की कीमतों में 1.2 फीसदी की तेजी आई।

डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 2.2 फीसदी तेज हुआ, जबकि इसका पाम तेल वायदा अनुबंध 2 फीसदी तेज हुआ। 

बाजार के जानकारों के मुताबिक़ साल की दूसरी छमाही में जून से पाम तेल की मांग में सुधार आने की संभावना है।

मलेशिया में अल नीनो का प्रभाव पाम तेल उत्पादों पर पड़ने का डर है, साथ ही अमेरिका में शुष्क मौसम सोयाबीन की फसल पर पड़ रहा है। ऐसे में जानकारों के अनुसार खाद्वय तेलों के दाम विश्व बाजार में और सुधर सकते हैं।

मलेशिया के वित्तीय बाजार 5 जून सोमवार को सार्वजनिक अवकाश के कारण बंद रहेंगे तथा मंगलवार से ट्रेडिंग शुरू होगी।

सरसों की कुल आमदन

देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक शुक्रवार को 6.25 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में भी आवक इतनी ही बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 3.75 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 50 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 45 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 40 हजार बोरी तथा गुजरात में 30 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 85 हजार बोरियों की आवक हुई।

मैं जगत पाल पिलानिया ! ई मंडी रेट्स का संस्थापक हूँ । ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों को मंडी भाव और खेती किसानी से जुड़ी जानकारियाँ प्रदान कर रहा है।

Leave a Comment