Mustard Price: वैश्विक बाज़ारों में खाद्वय तेलों में नरमी के चलते कल भारतीय घरेलू बाजार में लगातार तीसरे दिन सरसों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के दाम 50 रुपये कमजोर होकर दाम 5525 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गए। अन्य मंडियों के दाम यहां देखें : Sarso Bhav 7 July 2023: सरसों भाव में लगातार तीसरे दिन भी गिरावट, देखें आज के रेट
व्यापारियों के अनुसार आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में आई गिरावट से घरेलू बाजार में सरसों के साथ ही सरसों तेल और सरसों खल की कीमतों में मंदा आया। इस दौरान ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों की खरीद कीमतों में 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती की।
जानकारों के अनुसार उत्पादक राज्यों में मौसम खराब ही बना हुआ है। सरसों तेल एवं खल के दाम कमजोर होने से तेल मिलों को पड़ते नहीं लग रहे हैं। साथ ही स्टॉकिस्टों को भी इन भाव में नुकसान हो रहा है। लेकिन जिस तरह से आयातित खाद्वय तेलों के दाम कमजोर हुए हैं, उससे घरेलू बाजार में सरसों तेल की कीमतों पर दबाव बना हुआ है। उत्पादक राज्यों में सरसों का बकाया स्टॉक भी पिछले साल की तुलना में ज्यादा है।
विदेशी बाजारों में तेलों की स्थिति
मलेशियाई पाम ऑयल बोर्ड (एमपीओबी) के उत्पादन आंकड़ों से पहले शुक्रवार को मलेशियाई एक्सचेंज में पाम तेल की कीमतों में लगभग 2 फीसदी की गिरावट आई, हालांकि इसके भाव में साप्ताहिक आधार पर 1.16 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, BMD पर सितंबर डिलीवरी के पाम तेल वायदा (palm oil futures) अनुबंध के भाव 78 रिंगिट यानी 1.99 फीसदी कमजोर होकर 3,833 रिंगिट प्रति टन पर बंद हुए। डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा (soya oil futures) अनुबंध 1.1 फीसदी कमजोर हुआ, जबकि इसका पाम तेल वायदा अनुबंध 1.5 फीसदी कमजोर हुआ। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (CBOT) में सोया तेल की कीमतें रात में कमजोर हुई थी, लेकिन आज हल्का सुधार आया।
भाव भविष्य
जानकारों के अनुसार आगामी दिनों में विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की तेजी, मंदी काफी हद तक अमेरिका में मौसम कैसा रहता है, साथ ही पाम मलेशियाई पाम ऑयल बोर्ड के जून के उत्पादन के वास्तविक आंकड़ों के साथ ही जुलाई में निर्यात की स्थिति पर निर्भर करेंगी। माना जा रहा है कि दाम नीचे होने के कारण चीन तथा भारत की मांग में सुधार आने से पाम तेल के निर्यात की शिपमेंट में बढ़ोतरी होगी।
मलेशियाई पाम ऑयल बोर्ड (एमपीओबी) सोमवार को पाम तेल की आपूर्ति और मांग के डेटा जारी करने वाला है।
रॉयटर्स के एक सर्वेक्षण के अनुसार निर्यात में कमी और उत्पादन स्थिर होने के कारण जून के अंत में पाम उत्पादों का भंडार पिछले महीने की तुलना में 10.5 फीसदी बढ़कर 1.86 मिलियन टन होने का अनुमान है। हालांकि व्यापारियों का मानना है कि उत्पादन में गिरावट के कारण इन्वेंट्री का स्तर कम हो सकता है।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें शुक्रवार को 10-10 रुपये कमजोर होकर दाम क्रमशः 1,045 रुपये और 1,035 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। इस दौरान सरसों खल के दाम 10 रुपये कमजोर होकर भाव 2565 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गए।
सरसों की दैनिक आमदन
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक शुक्रवार को 5 लाख बोरियों की हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में भी आवक इतनी ही बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 2.25 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 80 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 60 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 30 हजार बोरी तथा गुजरात में 15 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 90 हजार बोरियों की आवक हुई।