अरहर दाल की कीमतों में तेजी जारी, सरकार की कोशिशों के बाद भी नहीं घट रहे दाम

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देश में बढ़ती महंगाई पर क़ाबू पाने के लिए सरकार की कोशिशें जारी है, लेकिन मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। देश में टमाटर की कीमतों के बाद अब अरहर दाल (Tur) की कीमतों ने आम आदमी की मुश्किलें बढ़ा दी है। सरकार पिछले कुछ दिनों से अरहर या तुअर दाल की कीमतों में आ रही तेजी पर काबू करने का प्रयास कर रही है। लेकिन सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही।

अरहर दाल के अलावा उड़द और मूंग दाल की कीमतें में भी तेजी आ चुकी हैं। बीते 1 साल में उड़द दाल की कीमतों में 10% वहीं मूंग दाल की क़ीमतों में 8.8% तक की बढ़ोतरी आ चुकी है।

अरहर दाल का इतना बढ़ा भाव

डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स डेटा के मुताबिक, 16 जुलाई तक अरहर दाल का प्राइस पिछले एक साल के मुकाबले 32% तक बढ़ चुका है।

1 माह पहले अरहर दाल का रेट 127.37 रुपए प्रति किलो था जो 16 जुलाई को बढ़कर 136.29 रुपए किलो पहुंच गई। जबकि 1 साल पहले अरहर दाल का भाव 103.03 रुपए किलो था।

दालों की बुआई का रकबा घटा

मानसून में देरी और कहीं ज्यादा कहीं कम बारिश के चलते दालों की बुआई के रकबे में भी गिरावट देखी जा रही है। देश के कुल दाल उत्पादन में महाराष्ट्र और कर्नाटक की हिस्सेदारी 50 फीसदी से ज्यादा है। लेकिन इस साल इन इलाकों में बारिश कम हुई है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक, 9 जुलाई तक के जारी आंकड़ों के मुताबिक़ देश में बीते साल के मुकाबले 25.8 फीसदी की कमी दर्ज की जा रही है।

सरकार कर रही है भरपूर प्रयास

दालों की कीमतों को काबू पाने के लिए सरकार ने 2023-24 की प्राइस सपोर्ट स्कीम (PSS) के तहत अरहर, उड़द और मसूर दाल के लिए 40 फीसदी की प्रोक्योरमेंट सीलिंग हटा दी है। सरकार के इस फैसले के बाद दालों की सरकारी खरीद बिना किसी सीलिंग के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा सकती है।

साथ ही 2 जून को तुअर और उड़द की जमाखोरी पर रोक लगा दी थी ताकि इसकी कीमतों पर कंट्रोल किया जा सके।

कृषि मंत्रालय द्वारा आने वाले खरीफ और रबी सीजन में अरहर, उड़द और मसूर दाल का रकबा बढ़ाने की दिशा में भी प्रयास किए जाएँगे।

इसके साथ ही सरकार ने अरहर दाल और उड़द दाल पर लगने वाले 10 फीसदी की सामान्य कस्टम ड्यूटी को भी FY2023-24 जीरो पर बरकरार रखा है। फूड इनफ्लेशन को देखते हुए केंद्र सरकार ने 2021 में तुअर दाल के फ्री इंपोर्ट की अनुमति दी थी जो अभी तक जारी है।

महाराष्ट्र में बारिश न होने से खरीफ फसलों की बिजाई केवल 47% पहुंची। मानसून में आयी देरी से सबसे अधिक असर मूंग व उड़द पर असर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों की दोबारा बिजाई में करेगी मदद।

भारत दाल

दाल की बढ़ती कीमतों पर सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है सरकार ने भारत दाल से चना दाल बाजार में उतारा है। ‘भारत दाल ’ के नाम से दाल ₹60 प्रति किलो की रियायती दर पर मिलेगी वहीं 30 किलो पैकेट का दाल 55 रुपये किलो के भाव पर मिलेगा नाफेड, सफल, केंद्रीय भंडार पर ‘भारत दाल ’ उपलब्ध होगा।

703 नाफेड स्टोर्स पर होगी रियायती दाल की बिक्री केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को ‘भारत दाल’ ब्रांड नाम के तहत सब्सिडी वाली चना दाल की बिक्री की घोषणा की देशभर में 703 नाफेड स्टोर्स पर रियायती दाल की बिक्री होगी ज़ी बिजनस ने सबसे पहले कहा था कि सरकार चना दाल बेचेगी, NAFED के भंडार में चने से दाल बनाकर बाजार में लाने की शुरुआत।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जगत पाल है ! मैं ई मंडी रेट्स (eMandi Rates) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों को फसलों के ताजा मंडी भाव (Mandi Bhav), कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं , लेटेस्ट किसान समाचार के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाना है। ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल न्यूज़ प्लेटफॉर्म है, जो बीते 6 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है।

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