Pink Bollworm in Cotton News: उत्तर भारत के नरमा-कपास के सबसे बड़े दुश्मन पिंक बाल वार्म यानी गुलाबी सुंडी कीट के संकेत देखने को मिले रहे हैं। कृषि विशेषज्ञों द्वारा क्षेत्र में कपास की फसल पर गुलाबी सुंडी का प्रकोप नहीं होने की घोषणा के एक दिन बाद हरियाणा के सिरसा और राजस्थान के संगरिया क्षेत्रों में कुछेक स्थानों पर गुलाबी सुंडी के प्रकोप की खबरें सामने आई है।
पिछले साल हरियाणा के सिरसा, हिसार, जींद और पंजाब के बठिंडा, मानसा जिलों में गुलाबी सुंडी के कारण बड़े स्तर पर कपास की फसल को गुलाबी सुंडी के कारण भारी नुकसान हुआ था और यही कारण था कि पिछले साल कपास के उत्पादन में भारी गिरावट दर्ज हुई। इस कीट के नए हमलों से किसान काफी भयभीत है और उन्हें अभी से अपनी फसलों पर खतरा मंडराता हुआ दिखाई दे रहा है।
हालांकि कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह गुलाबी सुंडी के उपचार का दावा करने वाली कीटनाशक निर्माता कंपनियों द्वारा मचाया गया हो हल्ला है, ताकि उनका जहर बिक सके ।
केंद्रीय कपास अनुसंधान केंद्र के पूर्व अध्यक्ष डा. दलीप मोंगा द्वारा मिडिया को दी जानकारी के मुताबिक अभी तक उत्तर भारत में गुलाबी सुंडी को लेकर पेनिक होने की स्थिति नहीं है। कुछ अन्य विशेषज्ञों ने भी कहा था कि हरियाणा के प्रमुख कपास उत्पादक जिलों में फसल अभी तक स्वस्थ एवं सुरक्षित है। पिछले दिनों पंजाब के अबोहर इलाके में सफेद मच्छर का प्रकोप बढ़ने की खबरें आई थी, लेकिन मानसून की बरसात से सफेद मच्छर लगभग समाप्त हो गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तक उत्तर भारत में नरमा-कपास की फसल पर बड़ा हमला दिखाई नहीं दे रहा है और किसान काफी सतर्कता बरत रहे हैं।