Mustard Weekly Report 20 November 2023: बीते हफ़्ते सोमवार जयपुर सरसों 5900 रुपये पर खुला जो शनिवार की शाम को 5925 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान सरसो में मांग बनी रहने से +25 रूपए प्रति क्विंटल की मजबूत दर्ज की गई।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 17 नवंबर तक 68.5 लाख हेक्टेयर में सरसो बुआई पूरी हो चुकी है। खाद्य तेल बाजार में तेजी के कारण बीते सप्ताह सरसों की कीमत में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है। ऊंचे स्तर पर मांग की कमी के कारण सरसों तेल और खली की कीमतें लगभग स्थिर रहीं। जयपुर में सरसों का भाव 75 रुपये बढ़कर 5950 रुपये पर बंद हुआ।
नाफेड ने अब तक लगभग 84000 टन सरसों बेची है और अभी भी 10.26 लाख टन स्टॉक उपलब्ध है। नई फसल आने से पहले, नाफेड के पास अभी भी लगभग 50 टेंडर दिन हैं। 10.26 लाख टन की बिकवाली के लिए नाफेड को प्रत्येक टेंडर में औसतन 20000 टन सरसों बेचनी होगी।
सरसों का तेल सोया तेल के मुकाबले 13 रुपये प्रति किलो प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है, जबकि पिछले हफ्ते यह 16 रुपये प्रति किलो था। पिछले साल इसी दौरान सरसों का तेल सोया तेल से सिर्फ 10 रुपये प्रति किलो ऊपर कारोबार कर रहा था, चूंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार करेक्शन मोड में है। सोया तेल की कीमतों में गिरावट से सरसों तेल की कीमतों पर दबाव पड़ेगा, जो 2-3 रुपये प्रति किलो तक गिर सकती है।
नाफेड, स्टॉकिस्ट, किसानों को मिलकर कुल स्टॉक नई फसल आने तक पर्याप्त है, इसलिए मौजूदा स्तर से बड़ी तेजी की संभावना कम है। सरसों की कीमतों में कोई टिकाऊ तेजी के लिए, फसलों के लिए मौसम, बुआई की गति, नाफेड की बिक्री प्रमुख फैक्टर रहेगा । मौजूदा सप्लाई को देख, सरसों (जयपुर) के 5775-6050 के बीच कारोबार करने की उम्मीद है, जबकि सरसों का तेल 1050-1100 के बीच रहेगा।