Mustard Weekly Report: पिछला सप्ताह शुरुआत सोमवार जयपुर सरसों 5300 रुपये पर खुला था। ओर शनिवार शाम 5325 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान सरसो में मांग बनी रहने के कारण+25 रुपये प्रति क्विंटल की मजबूती दर्ज की गई, सिमित घट बढ़ के बाद सरसो के भाव इस सप्ताह लगभग स्थिर बंद हुए जयपुर कच्ची घानी निचले स्तरों से रिकवर होकर अंत में 998 पर बंद हुआ जो की पिछले सप्ताह के बराबर ही है।
खल की एक्सपोर्ट डिमांड अच्छी है जबकि घरेलू मांग सामान्य बताई जा रही है। मजबूत मांग के चलते भारत ने मई महीने में 2.33 लाख टन सरसो खल का निर्यात किया 2022-23 सीज़न में भारत ने रिकॉर्ड 22.96 लाख टन सरसो खल का निर्यात किया भारतीय सरसो खल का भाव अंतराष्ट्रीय मार्केट की तुलना में सस्ता है जिससे निर्यात को सहारा मिल रहा है।
घरेलु बाजार में तेल और खल के भाव स्थिर होने की वजह से मीलों की मांग ऊपर में अटक रही है। अंतराष्ट्रीय बाजार की उठा पटक से भी सरसो की तेजी पर लगाम लग जाती है।
कांडला सोया तेल फ़िलहाल जयपुर कच्ची घनी से 7-8 रुपये/किलो नीचे ट्रेंड हो रहा है। वहीं सोया तेल का लैंडिंग कॉस्ट 960 रुपये है। जिससे सरसो की रिफाइनिंग में जाने की उम्मीद न के बराबर सरसो में तेजी के लिए जरुरी है की सोया तेल का भाव सरसो के ऊपर निकले जिससे रिफाइनिंग में पड़तल निकले रूस में छिड़े ग्रह युद्ध, अमेरिका में मौसम की मार से अंतराष्ट्रीय बाजार के मजबूत रहने के आसार दिख रहे हैं।
हालाँकि रूस-यूक्रेन संकट में हो रहे बदलाव से बाजार अस्थिर रहेगा, इसलिए एक तरफ़ा तेजी की उम्मीद नहीं अंतराष्ट्रीय बाजार में मजबूती को देख सरसो के भाव में 150-200 और सरसो तेल 2-3 रुपये/किलो का सुधार देखने को मिल सकता है।
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