सरसों साप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट: बीते हफ्ते यानी सोमवार को जयपुर सरसों 5575 रुपये पर खुला था जो शनिवार शाम 5550 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान सरसो में मांग न रहने से -25 रुपये कुन्टल की गिरावट दर्ज की गई थी ।
बीते सप्ताह सीमित व्यापार के चलते सरसो के भाव रहे स्थिर। तेल की मांग सुस्त पड़ने से इसमें हल्की गिरावट दर्ज की गयी, वहीं खल की घरेलू बाजार में मांग ठीक है लेकिन एक्सपोर्ट डिमांड कमजोर।
कृषि विभाग के आकड़ों के मुताबिक़ देश में सरसो की बुवाई गत वर्ष से 1.74% अधिक है, लेकिन राजस्थान और गुजरात में बुवाई कमजोर है।
नाफेड ने बीते सप्ताह 9121 टन सरसो की बिक्री की जिसके बाद अब तक कुल 1.50 लाख टन सरसो की बिक्री पूरी हुई। नाफेड के पास अब भी 9 लाख टन सरसो उपलब्ध नाफेड के साथ स्टॉकिस्ट और किसान के पास भी पर्याप्त मात्रा में स्टॉक उपलब्ध होने से सरसो में आगे तेजी की उम्मीद नहीं।
वहीं विदेशी खाद्य तेल बाजार का रुझान भी कमजोर रहने से सरसो तेल में डिमांड कमजोर। जनवरी के अंत में सरसो की आवक शुरू होने के बाद इसका प्रेशर 15 फरवरी के बाद बढ़ेगी। मार्च अंत तक फूल प्रेशर बनाने से सरसो में 400-500 की गिरावट का अनुमान है।
हर सीज़न बॉटम बनाने के बाद सरसो में 800-1000 रुपये की तेजी दिवाली के पहले तक देखने को मिलती है।
फ़िलहाल कोई भी फैक्टर सरसो, सरसो तेल और खल में तेजी के पक्ष में नहीं व्यापारी नियमित व्यापार की जरुरत के अनुसार स्टॉक लेकर ट्रेडिंग करें और सही समय में खरीदारी का इंतज़ार करें।
डिस्क्लेमर : उपरोक्त बाजार भाव रिपोर्ट व्यापारियों व अन्य मिडिया स्त्रोत से एकत्रित आकड़ों के आधार पर प्रकाशित की गई है, कृपया किसी भी प्रकार का व्यापार करने से पहले मंडी समिति से प्राइस की पुष्टि अवश्य कर ले। कीमतों में बदलाव संभव है। किसी भी प्रकार के नफे या नुकसान (nafa nuksan) की हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। व्यापार खुद के विवेक से करें।