UP Kusum Solar Pump Yojana Subsidy: भारत में किसानों को सिंचाई के लिए बिजली और डीजल की बढ़ती कीमतों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में, जहां कृषि मुख्य आय का स्रोत है, वहां बिजली कटौती किसानों के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है। इस चुनौती से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार “प्रधानमंत्री कुसुम योजना” के तहत किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए सरकारी सब्सिडी प्रदान कर रही है। इस योजना के तहत किसान न केवल अपनी सिंचाई लागत को कम कर सकते हैं, बल्कि अतिरिक्त बिजली बेचकर अतिरिक्त आय भी कमा सकते हैं।
इस लेख में हम जानेंगे कि कुसुम योजना क्या है, इसके लाभ, पात्रता, सब्सिडी की जानकारी और आवेदन प्रक्रिया।
कुसुम योजना क्या है?
कुसुम (KUSUM) योजना यानी “किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान” भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई पंप प्रदान करना है। उत्तर प्रदेश सरकार इस योजना के तहत किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए 90% तक सब्सिडी दे रही है, जिससे उनकी कृषि लागत कम हो और वे आत्मनिर्भर बन सकें।
कुसुम योजना के मुख्य उद्देश्य:
✔ कृषि क्षेत्र में बिजली की समस्या का समाधान करना।
✔ डीजल पर निर्भरता कम कर किसानों की बचत बढ़ाना।
✔ सौर ऊर्जा को बढ़ावा देकर हरित ऊर्जा (Green Energy) को प्रोत्साहित करना।
✔ किसानों को अतिरिक्त आय कमाने का मौका देना।
कुसुम योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ
1. सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली
सोलर पंप लगाने से किसानों को बिजली या डीजल पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। वे दिनभर मुफ्त में अपनी फसलों की सिंचाई कर सकते हैं।
2. 90% तक सब्सिडी
उत्तर प्रदेश सरकार इस योजना के तहत सोलर पंप की कुल लागत का 90% सब्सिडी के रूप में दे रही है।
- यदि किसी किसान को 2.50 लाख रुपये का सोलर पंप लगाना है, तो उसे केवल 23,900 रुपये खर्च करने होंगे, बाकी की राशि सरकार देगी।
- अनुसूचित जनजाति (SC/ST) के किसानों को 100% यानी पूरी सब्सिडी दी जाएगी।
3. अतिरिक्त कमाई का अवसर
यदि किसान सोलर पंप से उत्पन्न बिजली को पूरी तरह उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो वे अतिरिक्त बिजली को बिजली वितरण कंपनियों को बेचकर आय कमा सकते हैं।
4. हरित ऊर्जा को बढ़ावा
यह योजना पर्यावरण के अनुकूल है, जिससे डीजल और कोयला आधारित बिजली उत्पादन पर निर्भरता कम होगी और प्रदूषण भी घटेगा।
किन किसानों को कुसुम योजना का लाभ मिलेगा?
✔ उत्तर प्रदेश के सभी किसान इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
✔ अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के किसानों को पूरी सब्सिडी मिलेगी।
✔ छोटे और सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी।
✔ जिन किसानों के पास खुद की कृषि भूमि है, वे ही आवेदन कर सकते हैं।
कैसे करें कुसुम योजना के लिए आवेदन?
यदि आप उत्तर प्रदेश के किसान हैं और इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया अपनानी होगी।
ऑनलाइन आवेदन करने के स्टेप्स:
- योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
👉 www.pmkusum.upagriculture.com - “योजना के लिए आवेदन करें” ऑप्शन पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर, भूमि विवरण, बैंक खाता और अन्य जरूरी जानकारी भरें।
- सभी दस्तावेज अपलोड करें:
- आधार कार्ड
- भू-अधिकार प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक की कॉपी
- जाति प्रमाण पत्र (SC/ST के लिए)
- फॉर्म को सबमिट करें और पावती रसीद डाउनलोड करें।
- कृषि विभाग द्वारा सत्यापन के बाद सब्सिडी स्वीकृत की जाएगी।
निष्कर्ष
कुसुम योजना उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है। इससे न केवल उनकी सिंचाई लागत घटेगी, बल्कि उन्हें मुफ्त बिजली और अतिरिक्त कमाई का भी अवसर मिलेगा। यदि आप एक किसान हैं और अपनी खेती को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं, तो तुरंत इस योजना में आवेदन करें और सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाएं।
👉 इस महत्वपूर्ण जानकारी को अन्य किसानों के साथ ज़रूर साझा करें ताकि वे भी इस योजना का लाभ उठा सकें!
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