ताज़ा खबरें:

Union Budget 2023: तो इस बार बजट में सस्ते हो जायेंगे पेट्रोल और डीजल के दाम ! जानें कैसे…

Jagat Pal

Google News

Follow Us

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

Union Budget 2023 : इस बढ़ती हुई महंगाई ने सबकी कमर तोड़ रखी है। खासकर गरीब लोग और माध्यम वर्ग के लोगों पर महंगाई का सबसे ज्यादा फर्क पड़ता है। जैसा की आप जानते हैं 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी केंद्रीय बजट पेश करेंगी। सभी को उम्मीद है कि आने वाले बजट में महंगाई और बढ़ी हुई कर दरों से कुछ राहत मिलेगी। क्या इस बार पेट्रोल और डीजल आएंगे GST के दायरे में ? आइये जानें …….

Read Also: मंडी भाव 14 जनवरी 2023: मकर संक्रांति पर ये रहे आज नरमा ग्वार सरसों गेहूं मूंग मोठ तिल इत्यादि फसलों का रेट

GST लागु हुए 4 वर्ष से भी ज्यादा हो गए हैं। लेकिन पेट्रोल और डीजल को अब तक GST के दायरे में जगह नहीं मिली है। इसी के चलते तेल के दाम इसकी मूल कीमत से लगभग दोगुना हैं।

इस वर्ष के बजट में यह उम्मीद की जा रही है कि पेट्रोल और डीजल को भी GST के दायरे में जगह मिल जाएगी। अगर ऐसा होता है तो तेल के दाम काफी हद तक घट जायेंगे।

मौजूदा समय में ऐसे तय होते हैं तेल के दाम

मौजूदा समय में तेल की कीमत 4 से 5 चीजों पर निर्भर करती है। हमारे देश में तेल के दाम प्रति दिन के हिसाब से तय किये जाते हैं। हररोज सुबह 6 बजे तेल की कीमतें जारी की जाती हैं। जिस कीमत पर हम पेट्रोल और डीजल खरीदते हैं वो निम्लिखित तरीके से तय की जाती है :-

  1. सबसे पहले कच्चे तेल की कीमत देखी जाती है। कच्चे तेल की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तय होती है। कच्चे तेल की कीमत में हर रोज उतार चढ़ाव होता रहता है। परन्तु भारत सरकार देश में तेल की कीमतों को अपने हिसाब से निर्धारित रखती है।
  2. इसके बाद कच्चे तेल को तेल कंपनियां शुद्धिकरण करके पेट्रोल और डीजल में बदलती हैं। कच्चे तेल की कीमत में शुद्धिकरण का खर्च जुड़ जाता है।
  3. इस कीमत में तेल कंपनियों का कमीशन भी जोड़ दिया जाता है।
  4. इसके बाद केंद्र सरकार इस पर टैक्स लगती है। और अलग राज्यों में बिक्री के लिए भेज दिया जाता है।
  5. अंत में सभी राज्य अपना अपना राज्य कर यानि की VAT लगती हैं।
  6. इन सब खर्चो को जोड़कर जो कीमत आती है उस पर हम लोग पेट्रोल पम्पों से तेल खरीदते हैं।

Read Also: बजट 2023-24 : 5 लाख तक हो इनकम टैक्स फ्री, PPF और 80C की लिमिट में बढ़ोतरी, सरकार को दिये ये सुझाव

इस समय अगर देखा जाए तो तेल की कीमत में केंद्र और राज्य दोनों के कर शामिल हैं। अगर पेट्रोल और डीजल को GST में शामिल कर लिया जाता है तो सिर्फ एक ही तरह का टैक्स लगेगा। इससे तेल की कीमत काफी हद तक कम होने के आसार हैं ।

नमस्ते! मैं जगत पाल ई-मंडी रेट्स का संस्थापक, बीते 7 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती-किसानी, मंडी भाव की जानकारी में महारथ हासिल है । यह देश का पहला डिजिटल कृषि न्यूज़ प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है। किसान साथियों ताजा खबरों के लिए आप हमारे साथ जुड़े रहिए। धन्यवाद

Leave a Comment

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now