चने की कीमतों में आ सकती है गिरावट, सरकार बना रही है ये प्लान

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नई दिल्ली : गेहूं, अरहर (तुवर) एवं उड़द के बाद अब चने की कीमत में आ रही तेजी को देखते हुए केन्द्र सरकार अलर्ट हो गई है। चालू सीजन के लिए सरकार द्वारा चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5335 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है जो पिछले साल के 5230 रुपए प्रति क्विंटल से 105 रुपए अधिक है।

दिल्ली सहित नई प्रमुख मंडियों में चना का थोक भाव 400-600 रुपये बढ़कर इस न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर पहुंच गया है, जिसे देखते हुए सरकार अपने स्टॉक से 10 लाख टन चना को खुले बाजार में उतारने का प्लान बना रही है।

इसका मकसद चना की आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाना तथा कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाना है। देश में दलहनों के कुल उत्पादन में चना की भागीदारी 50 प्रतिशत के आसपास रहती है और उसे आम लोगों का खास दलहन माना जाता है।

सरकार पहले से ही 60 रुपए प्रति किलो की दर से चना दाल की बिक्री कर रही है। जुलाई में चना की महंगाई दर 1.72 प्रतिशत रही जबकि चालू वर्ष के शुरूआती पांच महीनों में यानी जनवरी-मई 2023 के दौरान यह दर ऋणात्मक रही थी।

केन्द्र सरकार की अधीनस्थ एजेंसी- भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नैफेड) ने जुलाई के आरंभ से ही अपने स्टॉक के चने की बिक्री शुरू कर दी थी। इस एजेंसी के पास करीब 33-34 लाख टन चना का विशाल स्टॉक मौजूद है जबकि वह 5 लाख टन से अधिक चना बेच चुकी है।

व्यापार विश्लेषकों के अनुसार फिलहाल चना के दाम में कोई अप्रत्याशित तेजी नहीं आई है और खुले बाजार में इसका औसत बिक्री भाव न्यूतनम समर्थन मूल्य से महज 15-25 रुपए प्रति क्विंटल ऊंचा चल रहा है लेकिन कहीं-कहीं यह कुछ ज्यादा ऊंचा है।

समझा जाता है कि त्यौहारी सीजन के लिए खासकर बेसन निर्माताओं एवं आमतौर पर दाल मिलों की मांग निकलने से चना का भाव तेज हो रहा है। आई ग्रेन इंडिया पहले ही जानकारी दे चुका है कि चना की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार कभी भी ठोस कदम उठा सकती है।

एक व्यापारिक फर्म का कहना है कि विभिन्न मंडियों में चना का भाव समर्थन मूल्य से ऊंचा होने से स्पष्ट संकेत मिलता है कि इसकी मांग एवं आपूर्ति के बीच कुछ असंतुलन पैदा हो गया है।

नैफेड द्वारा ई-नीलामी के माध्यम से चना की बिक्री नियमित रूप से की जाती है और साथ ही साथ प्रचलित बाजार भाव से कम दाम पर चना दाल भी बेची जा रही है। एजेंसी के पास चना का विशाल स्टॉक मौजूद है।

वह इसे घटाने का प्रयास भी कर रही है और ऊंचे घरेलू बाजार भाव के रूप में उसे अपना स्टॉक हल्का करने का अवसर भी मिल गया है। नैफेड के पास 1.50 लाख टन तुवर का स्टॉक है जिसमें से 50 हजार टन की बिक्री के लिए ई-नीलामी आयोजित की जा रही है।

चने का भाव क्या है?

मंडियों में चेन के भाव की बात करें तो दिल्ली में कल शुक्रवार को चना भाव 6150/75, कटनी चना देसी 6200, अकोला चना 5950-6000, रायपुर चना 6100/6200, रावतसर चना 5700/5811, सदुलपुर चना 5900, रावला चना 5555, श्री गंगानगर 5300/5700, देवली चना 4600/5600, ऐलनाबाद चना 5400/5650, सिवानी चना 5925 रुपये प्रति क्विंटल बोला गया।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जगत पाल पिलानिया है ! मैं ई मंडी रेट्स (eMandi Rates) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों को फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाना है। ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है।

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