अनार की खेती: अधिक मुनाफे के लिए अपनाएं ये खास उपाय

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Pomegranate Farming Tips: अनार की खेती से जबरदस्त मुनाफा कमाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए सही मिट्टी, जलवायु, उर्वरक और तकनीक की जरूरत होती है। जानिए अनार के पौधों की देखभाल, उर्वरकों का सही उपयोग, और अन्य महत्वपूर्ण टिप्स जिनसे आप अपनी खेती को सफल बना सकते हैं।

अनार की खेती से बेहतरीन मुनाफा कैसे कमाएं

अनार की खेती (Cultivation of Pomegranate ) एक लाभकारी व्यवसाय साबित हो सकता है, यदि इसे सही तरीके से किया जाए। भारत में अनार की खेती विशेष रूप से महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, कर्नाटका और गुजरात में प्रमुख रूप से होती है। अनार न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी बहुत मांग में है, क्योंकि यह फल स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है।

अनार की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी और जलवायु

अनार की खेती के लिए हल्की, रेतीली और दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है। हल्की मिट्टी में उगाए गए अनार के फल बड़े और रंग में खिले होते हैं। इसके अलावा, यदि अनार का रंग गहरा लाल हो तो उसे अधिक कीमत में बेचा जा सकता है।

फूलों की देखभाल है बेहद जरूरी

अनार की खेती के दौरान फूलों का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है, क्योंकि अगर फूल झड़ जाते हैं, तो इसका सीधा असर फलों की पैदावार पर पड़ता है। फ्लावरिंग स्टेज में उचित उर्वरकों और कीटनाशकों का सही समय पर उपयोग करें ताकि फूल झड़ने की समस्या न हो।

उर्वरकों का सही इस्तेमाल

  1. फूल आने पर उर्वरक का प्रयोग: जब अनार के पौधों पर फूल आना शुरू हो जाते हैं, तो नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश (12:61:00) की 8 किलो प्रति हेक्टेयर मात्रा एक दिन के अंतराल पर एक महीने तक दें।
  2. फूल गिरने पर उपचार: यदि फूल गिरने लगें तो प्लानोफिक्स (4 एमएल) को 16 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। यह उपाय फूलों के गिरने की समस्या को रोकता है।
  3. सूक्ष्म पोषक तत्वों का छिड़काव: फूल और फल आने की स्थिति में 1-1.5 ग्राम प्रति लीटर सूक्ष्म पोषक तत्वों का छिड़काव करें।
  4. NPK का प्रयोग: 00:52:34 मिश्रण का 8.5 किलो प्रति हेक्टेयर मात्रा ड्रिप सिंचाई के माध्यम से 7 दिन के अंतराल पर 3 बार दें।

फंगस से बचाव के उपाय

अनार के पौधों में फंगस का संक्रमण रोकने के लिए COC50, कॉनकोर, एजोजोल और बोर्डेक्स मिक्सचर का प्रयोग करें। दो फंगीसाइड का इस्तेमाल फूल आने के समय और उसके 15 दिनों के अंतराल पर किया जा सकता है।

पत्तों के गिरने पर उपाय

अगर अनार के पौधों में पत्ते झड़ने की समस्या हो तो सूक्ष्म पोषक तत्व मिश्रण का प्रयोग करें। यह मिश्रण Zn, B, Fe, Cu, Mn, Mo जैसे तत्वों से भरपूर होता है, जो फूलों और फलों की गुणवत्ता बढ़ाता है। इसे किसी भी फंगीसाइड या कीटनाशक के साथ मिलाकर स्प्रे किया जा सकता है।

निष्कर्ष:

अनार की खेती में सही देखभाल और उर्वरकों का उपयुक्त उपयोग करके किसान अच्छे मुनाफे की उम्मीद कर सकते हैं। यह फसल न केवल अच्छे स्वाद और गुणवत्ता के लिए जानी जाती है, बल्कि इसकी उच्च मांग के कारण अच्छे दाम भी मिलते हैं।

इस लेख में दी गई जानकारी को ध्यान में रखते हुए, आप अपनी अनार की खेती को सफल और लाभकारी बना सकते हैं।

नोट:- किसान साथियों, इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक मीडिया स्रोतों से ली गई है। आपसे अनुरोध है कि खेती बाड़ी से संबंधित किसी भी जानकारी को उपयोग में लाने से पहले कृषि विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जगत पाल पिलानिया है ! मैं ई मंडी रेट्स (eMandi Rates) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों को फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाना है। ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है।

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