बंपर उत्पादन: गेहूं में यूरिया कितने दिन बाद देना चाहिए? जाने कृषि वैज्ञानिकों की सलाह

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Gehu Ki Kheti: देश में रबी फसलों की बुवाई का काम तक़रीबन पूरा हो चुका है। विशेष रूप से कम पानी वाले क्षेत्रों में गेहूं, चना और मसूर जैसी फसलों की बुवाई नवंबर के शुरुआती दिनों में ही हो चुकी है। अब फसलों की बेहतर वृद्धि और अधिक उत्पादन के लिए उर्वरकों का सही समय पर छिड़काव करना सबसे जरूरी है। ताकि किसान भाई बढ़िया पैदावार लें सकें। इस विषय में सागर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. के.एस. यादव ने किसानों को उर्वरकों के प्रभावी उपयोग के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।

गेहूं की फसल में यूरिया का छिड़काव कब करें?

सागर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर के एस यादव ने बताया कि गेहूं की बुवाई के बाद ज़्यादा पैदावार उत्पादन लेने 2 से 3 बार यूरिया या नैनो यूरिया का छिड़काव करना चाहिए। डॉ. यादव के अनुसार, सिंचित गेहूं की फसल में तीन बार यूरिया का छिड़काव किया जाना चाहिए:-

  1. पहला छिड़काव:
    • बुवाई के 20-22 दिन बाद, जब फसल को पहली सिंचाई दी जाती है।
  2. दूसरा छिड़काव:
    • बुवाई के 40 दिन बाद, दूसरी सिंचाई के समय।
  3. तीसरा छिड़काव:
    • बुवाई के 60 दिन बाद, तीसरी सिंचाई के साथ।

इन चरणों में छिड़काव करने से फसल को पर्याप्त नाइट्रोजन प्राप्त होती है, जिससे पैदावार बेहतर होती है।

नैनो यूरिया: वैकल्पिक समाधान

कृषि वैज्ञानिकों ने यूरिया की उपलब्धता में कमी होने की स्थिति में नैनो यूरिया का उपयोग करने की सलाह दी है। यह सरकार द्वारा किसानों को दिया गया एक आधुनिक विकल्प है।

नैनो यूरिया का छिड़काव कैसे करें?

  1. पहला छिड़काव:
    • बुवाई के 35-40 दिन बाद, इसे स्प्रे पंप या ड्रोन से छिड़काव करें।
  2. दूसरा छिड़काव:
    • बुवाई के 60 दिन बाद, फसल की मजबूती और बेहतर विकास के लिए।

नैनो यूरिया का उपयोग फसल को आवश्यक पोषण प्रदान करता है और बेहतर उपज सुनिश्चित करता है।

उर्वरकों का सही समय पर छिड़काव क्यों है जरूरी?

  • सही समय पर उर्वरकों का छिड़काव फसल की जड़ों को पोषण पहुंचाने के साथ-साथ पत्तियों की हरियाली बनाए रखने में मदद करता है।
  • नाइट्रोजन की संतुलित मात्रा से गेहूं की ग्रोथ बेहतर होती है और उत्पादन में वृद्धि होती है।
  • फसल की बुवाई के बाद हर सिंचाई के समय उर्वरकों का उपयोग, फसल को पोषण देने और उसकी गुणवत्ता बढ़ाने के लिए आवश्यक है।

किसानों के लिए सलाह:
उर्वरकों का छिड़काव फसल की जरूरत के अनुसार करें। पानी और उर्वरकों की उचित मात्रा से आपकी फसल अधिक पैदावार देने के लिए तैयार होगी। नैनो यूरिया का प्रयोग आधुनिक और किफायती समाधान है, जो आपके उत्पादन को बढ़ावा देगा।

डिस्क्लेमर : किसान साथियों उक्त रिपोर्ट में दी गई सभी जानकारी इंटरनेट पर मौजूद सार्वजनिक स्रोतों से जुटाई गई है। संबंधित किसी भी जानकारी को उपयोग में लाने से पहले कृषि विशेषज्ञों से सलाह अवश्य लें।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जगत पाल है ! मैं ई मंडी रेट्स (eMandi Rates) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों को फसलों के ताजा मंडी भाव (Mandi Bhav), कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं , लेटेस्ट किसान समाचार के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाना है। ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल न्यूज़ प्लेटफॉर्म है, जो बीते 6 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है।

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