विदेशी बाजारों में मंदी से सरसों, सोयाबीन, पाम, सोया तेल में गिरावट

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नई दिल्ली : विदेशी बाजारों का समर्थन न मिलने से सरसो के भाव आज स्थिर से कमजोर हुए। अंतरास्ट्रीय बाजार मंडी के डर से फिलहाल पैनिक मोड में है। तेल में ग्राहकी का अभाव और खल में मांग बनी रहने से सरसो में बड़ी गिरावट नहीं आयी।

अंतराष्ट्रीय बाजार में गिरावट को देख अब मिल वाले भी खरीदारी से बच रहे हैं। सरसो की की दैनिक आवक आज बढ़कर 11 लाख बोरी पहुंची। तेल में कमजोर ग्राहकी विदेशी बाजारों के खराब सेंटीमेंट से सरसों की बढ़त पर लगाम लगा। इन स्तरों पर मुनफावसूली हो सकती है, लेकिन सरकार की एमएसपी (समर्थन मूल्य) पर खरीदारी के शुरू होने से आने वाले दिनों में गिरावट पर लगाम लगेगी ।

सोयाबीन में गिरावट

सोयाबीन अंतराष्ट्रीय बाजारों में तेल की कीमतों में गिरावट से सोयाबीन में दबाव। एमपी और महाराष्ट्र के प्लांटों ने आज भाव घटाए। सोया तेल में लगातार गिरावट से और सोयाबीन में पिछले दिनों आयी बढ़त से क्रशिंग मार्जिन घटी। डीओसी की एक्सपोर्ट मांग की भरपाई करने के लिए प्लांट सोयाबीन की क्रशिंग कर रहे हैं। इसलिए सिर्फ जरूरत अनुसार ही माल पकड़ रहे हैं। ब्राजील में सोयाबीन उत्पादन बढ़ने का अनुमान और आर्थिक मंडी की घबराहट से बाजार पैनिक में है। इन स्तरों पर सोयाबीन में रुकावट आ सकती है।

सोया तेल में गिरावट

सोया तेल सीबोट सोया तेल में आज 3.50 रुपये प्रति किलो की गिरावट अमेरिकी बैंकिंग संकट और अब ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद दहशत में वैश्विक बाजार वित्तीय मंदी के डर से खाद्य तेल बाजारों पर दबाव बढ़ रहा है। इस सप्ताह अब तक सीबोट (CBOT) सोया तेल 8% या 8 रुपये प्रति किलो से अधिक गिर चुका है।

कांडला सोया हालांकि केवल 2 रुपए किलो ही टुटा है। सॉल्वेंट प्लांट्स ने भी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गिरावट की तुलना में कीमतों में ज्यादा भाव नहीं घटाए।

पाम तेल में गिरावट

पाम तेल केएलसी आज फिर 3% से अधिक गिर गया। यूएस फेड द्वारा ब्याज दर में बढ़ोतरी और कमजोर सीबीओटी सोया तेल से गिरावट बढ़ी। केएलसी इस सप्ताह अब तक 10% से अधिक या 7 रुपए/किलो गिर चुका है। हालांकि, कांडला पाम तेल की 2 रुपए प्रति किलो की गिरावट आई है। कीमत में केवल अंतरराष्ट्रीय बाजार की धारणा बहुत कमजोर है। इसलिए भारतीय बाजारों में इसका असर जारी रहेगा।

व्यापारियों को सलाह दी जाती है कि जब तक सुधार की गुंजाइश न हो तब तक सिमित कारोबार करें। किसी भी प्रकार का व्यापार अपने विवेक स्वयं के विवेक से ही करें।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जगत पाल पिलानिया है ! मैं ई मंडी रेट्स (eMandi Rates) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों को फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाना है। ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है।

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