नई दिल्ली 9 दिसंबर 2022: नीचे दाम पर बिकवाली आने के साथ ही तेल मिलों की सीमित मांग से गुरूवार को घरेलू बाजार में लगातार दूसरे दिन सरसों के भाव (Mustard Price) स्थिर बने रहे। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 6,700 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। हालांकि शाम के सत्र में ब्रांडेड तेल कंपनियों ने सरसों की खरीद कीमतों में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक घटकर 2 लाख बोरियों की रह गई।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें गुरूवार को 10-10 रुपये तेज होकर भाव क्रमशः 13530 रुपये और 13430 रुपये प्रति 100 किलो हो गई। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 50 रुपये तेज होकर 2625 रुपये प्रति क्विंटल हो गई।
स्थानीय मंडियों में कल सरसों का दाम
नोहर मंडी में कल सरसों का भाव 5700 से 6230 रुपए, रावतसर 5839 से 6390 रुपए, श्री गंगानगर 5700 से 6163 रुपए, रायसिंहनगर 5400 से 6153 रुपए, अनूपगढ़ 5350 से 6106 रुपए, श्री विजयनगर 5571 से 5850 रुपए, संगरिया 5300 से 6031 रुपए, सूरतगढ़ 5987 रुपए, पीलीबंगा 5522 से 5865 रुपए, श्री करणपुर 5500 से 6051 रुपए, गोलूवाला 5419 से 6191 रुपए, पदमपुर 5561 से 6165 रुपए, देवली 5000 से 6400 रुपए, ऐलनाबाद 5321 से 6189 रुपए, आदमपुर 6100 रुपए प्रति क्विंटल ला दर्ज किया गया .
विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की स्थिति
व्यापारियों के अनुसार विदेशी बाजार में आज खाद्य तेलों की कीमतों में मिलाजुला रुख बना रहा। मलेशिया में पाम तेल की कीमतें नरम हुई, जबकि शिकागों में सोया तेल के भाव में बढ़त दर्ज की गई। चीन में जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ लोगों के गुस्से एवं सड़क पर प्रदर्शन के बाद चीन सरकार बैकफुट पर आ गई है। जानकारी के मुताबिक, चीन में अब नागरिकों को क्वारंटाइन और लॉकडाउन के नियमों से ढील दी गई है। इसका असर विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों पर पड़ेगा। प्रतिबंधों में छूट से चीन में खाद्य तेलों की आयात मांग बढ़ने की उम्मीद है।
व्यापारियों के अनुसार चालू रबी में सरसों की बुआई पिछले साल की तुलना में बढ़ने की उम्मीद है, तथा नीचे दाम पर स्टॉकिस्टों की बिकवाली कमजोर हुई है। ऐसे में अगर विदेशी बाजार में खाद्य तेलों के दाम तेज हुए, तो घरेलू मंडियों में सरसों की कीमतों में सुधार आयेगा।
बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर फरवरी महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल के भाव दोपहर में तेज थे, लेकिन शाम के सत्र में 19 रिगिंट यानी की 0.47 फीसदी कमजोर होकर 3,950 रिगिंट प्रति टन पर बंद हुए। मालूम हो कि एक दिन पहले इसके भाव में 3 फीसदी की गिरावट आई थी। इस दौरान शिकागो में जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में सोया तेल के दाम 0.31 फीसदी तेज हुए।
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सरसों की दैनिक आवक घटी
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक गुरूवार को घटकर दो लाख बोरियों की ही हुई, जबकि बुधवार को इसकी आवक 2.50 लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 80 हजार बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 20 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 20 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 20 हजार बोरी तथा गुजरात में 10 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 80 हजार बोरियों की आवक हुई।