Farming Tips: बंपर पैदावार के लिए कैसे लें मिट्टी का सैंपल, कृषि विशेषज्ञ से जानें सही विधि

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मिट्टी परीक्षण: फसल उत्पादन की गुणवत्ता बढ़ाने की कुंजी

Farming Tips: किसान साथियों, मिट्टी परीक्षण (Soil Testing) एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो मिट्टी के रासायनिक, भौतिक, और जैविक गुणों का आकलन करने में मदद करती है। इसका उपयोग कृषि (agricultural) में विशेष रूप से फसल उत्पादन और खेती की योजना बनाने के लिए किया जाता है। किसानों के लिए यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि मिट्टी परीक्षण उनके खेत की उपज और गुणवत्ता में सुधार कर सकता है।

मिट्टी परीक्षण का महत्व

मिट्टी का सही प्रकार से परीक्षण करने से किसान यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनकी फसल को आवश्यक पोषक तत्व मिल रहे हैं। इससे न केवल उत्पादन बढ़ता है, बल्कि मिट्टी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद मिलती है।

प्रहलाद कुमार, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रक्षेत्र प्रबंधक, बताते हैं कि मिट्टी के नमूने लेने की प्रक्रिया को सही ढंग से करना बेहद जरूरी है। यह सुनिश्चित करता है कि परीक्षण के नतीजे सटीक हों और किसानों को उनकी मिट्टी के बारे में सटीक जानकारी मिले।

मिट्टी के नमूने लेने की विधि

मिट्टी परीक्षण शुरू करने के लिए किसान भाई को कुदाल या खुरपी की जरूरत होगी। खेत में चारों कोनों और बीच से V आकार में 6 इंच गहरे गड्ढे खोदने के बाद, किसान को हर कोने से मिट्टी का सैंपल इकट्ठा करना होता है। प्रहलाद कुमार के अनुसार, गड्ढे की दीवारों को 2 इंच खुरचने के बाद हर कोने से 1 किलो मिट्टी लेकर एक साफ पाली बैग में रखनी चाहिए।

सैंपल की सही प्रक्रिया

एक बार सैंपल इकट्ठा करने के बाद, किसान भाई को मिट्टी को छांव में फैला कर उसमें से कंकर-पत्थर हटाने होते हैं। इसके बाद मिट्टी को चार बराबर हिस्सों में बांटकर 600 ग्राम का सैंपल तैयार किया जाता है, जिसे फिर परीक्षण के लिए भेजा जाता है।

सैंपल भेजने से पहले ध्यान रखने वाली बातें

मिट्टी का सैंपल भेजते समय बैग पर किसान का नाम, पता, मोबाइल नंबर, और फसल की जानकारी (पहले कौन सी फसल उगाई गई और अब कौन सी उगानी है) लिखना जरूरी है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि सही परीक्षण परिणाम प्राप्त हों।

मिट्टी परीक्षण का समय और शुल्क

मिट्टी का सैंपल जमा करने के बाद, परीक्षण प्रक्रिया पूरी होने में लगभग 10 दिन लगते हैं। इस परीक्षण का शुल्क मात्र 220 रुपये प्रति सैंपल है, जो कि किसानों के लिए किफायती और लाभकारी है।

निष्कर्ष

मिट्टी परीक्षण, फसल उत्पादन की गुणवत्ता बढ़ाने और मिट्टी की सेहत को बनाए रखने का एक प्रभावी तरीका है। सही जानकारी और परीक्षण के आधार पर किसान अपनी उपज की गुणवत्ता में बढ़ोतरी कर सकते हैं।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जगत पाल पिलानिया है ! मैं ई मंडी रेट्स (eMandi Rates) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों को फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाना है। ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है।

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