जयपुर : प्रदेश में सरसों गेहूं जौ चना इत्यादि रबी फसलें खेतों में पककर बिलकुल तैयार हो चुकी है और इस समय कटाई का काम चल रहा है। ऐसे में बीते 3-4 दिनों से राज्य के कई जिलों में हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आज यानी रविवार 19 मार्च को जयपुर ग्रामीण के बस्सी, चौमूं, कालाडेरा, शाहपुरा क्षेत्र में जमकर बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। जिससे किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
ऐसे में सरकार से गुजारिश है कि वह कलेक्टरों को निर्देशित कर तत्काल विशेष गिरदावरी कराकर किसानों को मुआवजा दिलाने का काम करे। ताकि किसानों को राहत मिल सके।
मुख्यमंत्री से आर्थिक मदद की लगाई गुहार
एआईसीसी सचिव और राजस्थान बीज निगम के अध्यक्ष धीरज गुर्जर ने मुख्यमंत्री को पत्र हुए कहा कि “बेमौसम बारिश,ओलावृष्ठि और तेज अंधड़ के कारण पूरे प्रदेश में किसान भाइयों की फ़सलों में हुए नुक़सान और उनके राहत की माँग के लिये विशेष गिरदावरी और आर्थिक सहायता के लिये मुख्यमंत्री Ashok Gehlot जी को पत्र लिख कर किसान भाइयों की माँग से अवगत कराया और माँग करी।
23 से 24 मार्च को फिर से बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के मुताबिक़ 20 मार्च को भी जोधपुर और बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश देखी जा सकती है। वहीं पूर्वी राजस्थान के उदयपुर, अजमेर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग के अधिकांश भागों में तेज हवाओं के साथ आंधी, बारिश और कहीं कहीं पर ओलावृष्टि की आशंका जताई है।
मौसम विभाग का कहना है कि 21 से 22 मार्च को कुछ इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना है। यही नहीं 23 मार्च से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जिससे 23 से 24 मार्च को फिर से बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
मौसम का पूर्व अनुमान
- 20 मार्च को जोधपुर व बीकानेर संभाग के कुछ भागों से आंधी बारिश होने की संभावना । हालांकि पूर्वी राजस्थान के उदयपुर, अजमेर, जयपुर, भरतपुर व कोटा संभाग के अधिकांश भागों में आंधी, बारिश, तेज हवा और ओलावृष्टि जारी रहने की प्रबल संभावना है।
- 21-22 मार्च को आंधी बारिश की गतिविधियों में कुछ कमी व केवल छुटपुट स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।
- 23 मार्च से एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा।
- 23-24 मार्च को पुनः आंधी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी।
आखिर करे तो क्या करे किसान?
बीज बेचने वाले ने अपना बीज बेच दिया, खाद बेचने वाले ने अपनी खाद बेच दी, दवाई बेचने वाले ने दवाई बेच दी, अब किसान क्या बेचेगा? उसका तो सब कुछ ओलावृष्टि ने तबाह कर दिया।
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