Weather Forecast 25 March 2025 : क्या आपको भी ऐसा लग रहा है कि मार्च में ही जून की गर्मी ने दस्तक दे दी है? राजस्थान में पारा 41 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है, और लू के गर्म थपेड़ों ने अभी से लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। हालांकि , मौसम विभाग की ताजा भविष्यवाणी इस गर्मी से कुछ राहत मिलने के आसार नज़र आ रहे है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि राजस्थान में गर्मी का मौजूदा हाल क्या है, आने वाले दिनों में मौसम कैसे करवट ले सकता है, और आप इस तपन से कैसे बच सकते हैं। तो चलिए, शुरू करते हैं!
गर्मी का प्रकोप: बाड़मेर बना तंदूर
सोमवार को बाड़मेर राजस्थान का सबसे गर्म जिला रहा। यहाँ का अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया, जो मार्च के लिए चौंकाने वाला है। जोधपुर, जैसलमेर और जालोर जैसे इलाकों में भी हाल कुछ कम नहीं है। जोधपुर में पारा 39.3 डिग्री, जैसलमेर में 40 डिग्री और जालोर में 40.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गर्म हवाओं का कहर ऐसा है कि बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह असामान्य गर्मी पिछले कुछ सालों में मार्च के औसत तापमान से कहीं ज्यादा है।
जयपुर में भी सूरज अपनी पूरी ताकत दिखा रहा है। सोमवार को यहाँ दिनभर आसमान साफ रहा और तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया। कोटा, बीकानेर, डूंगरपुर और चित्तौड़गढ़ जैसे शहरों में भी पारा 37 से 39 डिग्री के बीच डोल रहा है। साफ है कि गर्मी ने पूरे प्रदेश को अपनी चपेट में ले लिया है।
मौसम में बदलाव की उम्मीद पश्चिमी विक्षोभ लाएगा राहत
जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक, आज शाम से 27 मार्च तक राजस्थान के मौसम में बदलाव के संकेत हैं। एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है, जो कुछ इलाकों में हल्की बारिश और तेज हवाओं की सौगात ला सकता है। हवा की रफ्तार 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। इससे तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की उम्मीद है।
हालांकि, अगले 48 घंटों तक मौसम ज्यादातर शुष्क ही रहेगा। सीमावर्ती जिलों में बादलों की थोड़ी-बहुत आवाजाही दिख सकती है। मौसम विभाग का अनुमान है कि यह बदलाव गर्मी से थोड़ी राहत तो देगा, लेकिन पूरी तरह तपन से निजात नहीं मिलेगी। अगले एक हफ्ते तक मौसम का मिजाज शुष्क ही बना रहेगा।

विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, मार्च में इतनी गर्मी जलवायु परिवर्तन का असर हो सकता है। पिछले कुछ सालों में तापमान का पैटर्न बदल रहा है। जयपुर मौसम केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ आमतौर पर सर्दियों में सक्रिय होता है, लेकिन इस बार मार्च में इसका असर दिखना राहत की बात है। विश्वसनीय मौसम डेटा के आधार पर यह भविष्यवाणी की गई है, जिसे आप भारत मौसम विज्ञान विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर भी देख सकते हैं।
आगे क्या होगा
राजस्थान में गर्मी का यह कहर अभी थमने वाला नहीं है। हालाँकि पश्चिमी विक्षोभ से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन लंबे समय तक सावधानी बरतना जरूरी है। मौसम का मिजाज बदलता रहेगा, और हमें इसके हिसाब से ढलना होगा। तो धूप से बचें, सेहत का ख्याल रखें, और मौसम विभाग की ताजा जानकारी पर नजर रखें।
गर्मी से बचने के लिए क्या करें?
गर्मी का यह दौर सेहत के लिए खतरा बन सकता है। मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। दिन में धूप से बचें और खूब पानी पिएं। घर में ठंडक बनाए रखने के लिए पंखे या कूलर का इस्तेमाल करें। हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनना भी समझदारी होगी। खासकर बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखें, क्योंकि गर्मी उन्हें ज्यादा प्रभावित कर सकती है।
राजस्थानी कहावत है, “सावन सूखो, गर्मी झुलसावे।” लेकिन थोड़ी सावधानी से हम इस झुलसन को कम कर सकते हैं। पानी की बोतल साथ रखें और छाँव का सहारा लें। ये छोटे-छोटे कदम आपको लू से बचा सकते हैं।