Kharif Crops MSP Hike 2022-23 : आइये जाने ! MSP यानि न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या है और इस बार केंद्र सरकार द्वारा फसलों के Minimum Support Price में कितनी बढ़ोतरी किये जाने की संभावना है ?
भारत एक कृषि प्रदान देश है और यहाँ की अधिकांश जनता कृषि कार्यों से होने वाली आय पर ही निर्भर रहती है. कृषि कार्यों में बढ़ती लागत के चलते किसान उचित आमदनी नहीं कर पाते और महंगाई के बोझ तले दब जाते है. देश के करोड़ों किसानों को महंगाई से निजात दिलाने और उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने के लिए किसानों फसलों को उनकी फसलों का उचित मूल्य मिलना बेहद जरुरी है.
MSP Hike 2022-23 में 5 से 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी उम्मीद
हाल ही में मिडिया में प्रकाशित खबरों के मुताबिक केंद्र सरकार वर्ष 2022-23 में खरीफ फसलों का एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) बढ़ाने पर विचार कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक इस बार फसलों के MSP (Minimum Support Price) में 5 से 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी किये जाने की सम्भावना है.
साल 2018-19 के बाद सबसे अधिक उत्पादन पर आ रही लागत को देखते हुए 50 फीसदी लाभ की एक नई नीति बनाई गई थी. इस नीति के कारण खरीफ फसलों के लिए एमएसपी को 4.1 से लेकर 28.1 फीसदी तक बढ़ाया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमएसपी पर पिछले तीन वर्षों मोटे तौर पर एक से पांच फीसदी तक बढ़ोतरी की गई थी.
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोयाबीन के साथ-साथ मूंगफली और तिलहन के लिए कृषि लागत और मूल्य आयोग ने इस साल एमएसपी में सबसे अधिक बढ़ोतरी की सिफारिश की है. इसके अलावा दलहनी फसलों में अरहर और मूंग के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी हो सकती है. सरकार का मानना है कि अन्य तिलहनों के उच्च घरेलू उत्पादन से ताड़ के तेल (पाम ऑयल) के आयात को कम करने में मदद मिलेगी.
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट 8 जून 2022
मोदी सरकार की केंद्रीय कैबिनेट ने आज बुधवार 8 जून 2022 को धान, सोयाबीन, मक्का सहित खरीफ सीजन की १४ प्रमुख फसलों के MSP मूल्य को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। धान की सामान्य ग्रेड किस्म के लिए एमएसपी 100 रुपए बढ़ाकर 2,040 रुपये जबकि ए ग्रेड के धान का एमएसपी मूल्य बढ़ाकर 2060 रुपए कर दिया गया है। तिल पर 523 रूपये, सूरजमुखी पर 385 रूपये सोयाबीन पर 350 रूपये व मक्का पर 92 प्रति कुंतल बढ़ाये गये है। उड़द, मूंगफली व अरहर पर 300 रूपये प्रति कुंतल बढ़ाये गये है, जबकि मूंग 480 पर प्रति कुंतल बढ़ाये गये है। इसके साथ ही ज्वर पर 232 रूपये व रागी पर 201 रूपये प्रति कुंतल बढ़ाये गये है। यहाँ देखें खरीफ सीजन 2022-23 के लिए फसलों के न्यू MSP मूल्य की पूरी लिस्ट
MSP में बढ़ोतरी से मजबूत होगी ग्रामीण अर्थव्यवस्था
खरीफ फसलों की एमएसपी बढ़ाए जाने से ग्रामीण इलाकों में किसानों की आय बढ़ेगी, जिससे उनकी खरीद क्षमता में बढ़ोतरी होगी. किसानो को फसलों पर दी जाने वाली एमएसपी में किसानों द्वारा उपज पर खर्च होने वाली पूरी लागत शामिल होगी. इसमें खाद, बीज, कीटनाशक खरीदने का खर्च, ईंधन पर खर्च, लीज पर लिए गए जमीन की लागत और श्रम का खर्च शामिल होगा.
मोटे अनाज, दलहन व तिलहन की दिया जाएगा बढ़ावा
मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए ज्वार, बाजरा और रागी पर धान से अधिक एमएसपी किसानों को दी जा सकती है. इसके अलावा दलहन और तिलहन की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए इनपर भी एमएसपी को बढ़ाया जाएगा. साथ ही इस बार कपास किसानों को बढ़ी हुई एमएसपी का तोहफा मिल सकता है. फसल विविधिकरण को बढ़ावा देने के लिए और कृषि में पानी के इस्तेमाल को कम करने के लिए सरकार यह फैसला कर सकती है.
एक अधिकारी ने बताया कि हमारा ध्यान तिलहन, दलहन और मोटे अनाज के पक्ष में एमएसपी को फिर से संगठित करने पर है ताकि किसानों को इन फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा सके, जो पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ हैं. साथ ही आयात पर देश की निर्भरता को कम किया जा सकता है.
इसे भी पढ़े : न्यूनतम समर्थन मूल्य 2022-23: खरीफ फसलों के MSP मूल्य में 523 रुपए तक बढ़ोतरी, यहाँ देखें एमएसपी की नई लिस्ट
स्रोत: टीवी 9 हिंदी