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किसान MSP से नीचे भाव पर चना बेचने को मजबूर, जानें क्या है वजह

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नई दिल्ली जुलाई 29, 2022 : देश की प्रमुख कृषि उपज मंडियों में इस बार चने की कीमतें पूरे सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी (MSP) से नीचे ही कारोबार करती रही. केंद्र सरकार द्वारा रबी फसलों की सूची में आने वाली प्रमुख चने की फसल का साल 2022-23 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 5230 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया था . लेकिन किसानों को अभी भी चने का भाव 4200 से लेकर 4800 रुपये प्रति क्विंटल का ही मिल पा रहा है. चने के ये हाल देश में प्रमुख उत्पादक प्रदेशों राजस्थान और मध्य प्रदेश के है. एमएसपी से कम रेट पर चना बेचने के लिए मजबूर हैं किसान.

चने का भाव आज का 2022 – Today Chana Rate

गुरुवार 28 जुलाई को मध्यप्रदेश की जाओरा मंडी में चने का अधिकतम भाव 4700 रुपए, जबलपुर में 4700 रुपए, अशोकनगर में 4775 रुपए, इंदौर में 4690 रुपए, झांसी में 4900 रुपए, हरदा 4730 रुपए, उज्जैन में 4730 रुपए और नीमच मंडी में 4820 रुपये प्रति क्विंटल का रहा.

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अगर बात करें राजस्थान की बीकानेर मंडी में चना भाव की तो आज 4550 रुपए, जयपुर में 4800 रुपए, श्रीगंगानगर में 4631 रुपए, रायसिंहनगर में 4551 रुपए, देवली 4370 रुपए, केकड़ी में 4470 रुपए, जोधपुर 4450 रुपए, कोटा 4450 रुपए, मेड़ता 4500 रुपए प्रति क्विंटल का रहा.

मिडिया में छपी रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इस बार राजस्थान प्रदेश में किसानों द्वारा बेचे गये चने का यदि औसत मूल्य निकला जाए तो तकरीबन 4300 से 4400 रुपये प्रति क्विंटल का ही आएगा. यानी MSP के मुकाबले किसानों को चने का दाम प्रति क्विंटल 800 से 900 रुपये तक कम मिला है. आखिर किसानों को एमएसपी के बावजूद चने का उचित दाम क्यों नहीं मिल पा रहा है ?

इतनी हुई चने की सरकारी खरीद

सरकार द्वारा साल 2022-23 के लिए चने की सरकारी चना खरीद का लक्ष्य 29 लाख मीट्रिक टन रखा गया था , जिसमें से 25.92 लाख मीट्रिक टन की खरीदी की जा सकी, जो कि तय लक्ष्य का 89% ही है. चना उत्पादक राज्यों में इस बार महाराष्ट्र में चने की खरीद तय लक्ष्य की 98 फीसदी, गुजरात में 104 फीसदी, मध्य प्रदेश में 92 फीसदी और राजस्थान में 50 फीसदी तक पहुंच गई है.

नेफेड की चना खरीद

राज्यवार सरकारी खरीद के आंकड़ों के मुताबिक इस बार चने की कुल खरीद 25.92 लाख मीट्रिक टन हो चुकी है. राज्यवार चने की सरकारी खरीद के आकड़े इस प्रकार है …

राज्यराज्यवार चने की सरकारी खरीद
महाराष्ट्र7.60 लाख मीट्रिक टन
गुजरात5.59 लाख मीट्रिक टन
मध्य प्रदेश8.02 लाख मीट्रिक टन
कर्नाटक74 हजार मीट्रिक टन
राजस्थान2.99 लाख मीट्रिक टन
उत्तर प्रदेश26.45 हजार मीट्रिक टन
आंध्र प्रदेश72 हजार मीट्रिक टन
नोट : उपरोक्त सभी राज्यों में खरीद कार्यक्रम पूरा हो चुका है.

एमएसपी से कम रेट होने क्या ये है कारण

बताया गया है कि इस साल चने का उत्पादन अधिक हुआ है जिसके चलते चने का रेट एमएसपी से कम हो गया है. अगर उत्पादन की बात करें तो इस साल देश में चने का उत्पादन सालाना आधार पर 17.4 फीसदी बढ़कर 139.8 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है. गुजरात में चना उत्पादन 49 फीसदी बढ़कर 21.4 लाख मीट्रिक टन, राजस्थान में चना उत्पादन 20 फीसदी बढ़कर 27.2 लाख मीट्रिक टन और महाराष्ट्र में 15 फीसदी बढ़कर 27.6 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है. हालांकि, दलहन के मामले में अब भी भारत दूसरे देशों पर निर्भर है. कीमतों में उतार-चढ़ाव का सीधा संबंध डिमांड और सप्लाई से होता है.

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नमस्ते! मैं जगत पाल ई-मंडी रेट्स का संस्थापक, बीते 7 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती-किसानी, मंडी भाव की जानकारी में महारथ हासिल है । यह देश का पहला डिजिटल कृषि न्यूज़ प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है। किसान साथियों ताजा खबरों के लिए आप हमारे साथ जुड़े रहिए। धन्यवाद

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