चना भाव तेजी-मंदी रिपोर्ट 13 मई 2024: देश में इस बार चने की क़ीमतों में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है। जिसके पीछे का मुख्य कारण चना उत्पादन कमजोर होना बताया जा रहा है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आकड़ों के मुताबिक़ 2023-24 फसल वर्ष (जुलाई-जून) में चना उत्पादन 12.16 मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ा कम है। चने के उत्पादन में गिरावट के चलते मांग व आपूर्ति का संतुलन बिगड़ा हुआ है। जिसके कारण मंडियों में चने का भाव में उछाल देखने को मिल रहा है।
चने की वर्तमान कीमतें मंडियों में इस समय 6,000 से लेकर 6,700 रुपये/क्विंटल के आसपास चल रही हैं। व्यापार सूत्रों के मुताबिक़ चालू मार्केटिंग सीजन (अप्रैल-जून) में नेफेड द्वारा 10 लाख टन (MT) के लक्ष्य के मुकाबले केवल 40,000 टन चना खरीदा गया है। नेफेड ने 2023-24 और 2022-23 सीज़न में प्राइस स्टेबलाइजेशन फंड के तहत क्रमशः 2.3 मीट्रिक टन और 2.6 मीट्रिक टन चना खरीदा था, जिससे बफर स्टॉक को बढ़ावा मिला था।
चना साप्ताहिक रिपोर्ट 13 मई 2024
बीते हफ़्ते की बात करें तो सोमवार को दिल्ली मंडी में राजस्थान जयपुर लाइन का चना 6400/25 रुपये पर खुला जो की शनिवार शाम को 6550/75 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान चना दाल बेसन में मांग मज़बूत रहने से +150 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी रही। वहीं सरकार द्वारा बाजार भाव पर चना खरीदी के समाचार से सप्ताह के दौरान माहौल बना मजबूत।
चना भाव समीक्षा
- चना के दाम जो कम हो रहे थे खबर आते ही लगभग 100-200 रुपये का उछाल आ गया।
- चना में मिलर्स की मांग जरुरत अनुसार है, लेकिन स्टॉकिस्ट काफी सक्रीय है।
- चना का भविष्य मजबूत रहने की आशंका से स्टॉकिस्ट हर बढ़े भाव भाव में चना ले रहा।
- सरकार की भी बाजार में एंट्री के समाचार से मनोबल मजबूत हुआ है।
- चना उत्पादन कम इसमें कोई शंका नहीं।
- कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलाडु, तेलंगाना और महाराष्ट्र में चना आवक लगभग लगभग समाप्त।
- मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में ही आवक लेकिन वह भी उम्मीद से कम।
- सरकार ने चना आयात खोला।
- भारत सरकार ने 31 मार्च 2025 तक के लिए चना आयात खोला।
- आयात खुलते ही ऑस्ट्रेलिया में चना के दाम में 40-50 डॉलर तेज होकर 800 प्रति टन पहुंचा।
- तंजानिया चना जुलाई-अगस्त और ऑस्ट्रेलिया नया चना नवंबर-दिसंबर में आने की उम्मीद
- मटर आयात दिसंबर से ही खुला और 31 अक्टूबर 2024 तक जारी है।
- दिसंबर में जब मटर आयात खुला तो दिल्ली चना 5950 था और अब वह 6600 पहुँच चुका है।
- मटर के रिकॉर्ड आयात के बावजूद चना में तेजी दर्शाता है की फसल में बड़ी पोल है।
- दिल्ली चना राजस्थान 7000-7500 का रेजिस्टेंस।
- सरकारी नियमों का पालन कर कारोबार करें
- हमारा मानना है की स्टॉकिस्टों का मनोबल मजबूत है और सरकारी सख्ती (स्टॉक लिमिट) ही चना की तेजी को रोक सकती है।
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