साप्ताहिक चना तेजी-मंदी रिपोर्ट दिनांक 11 नवंबर 2024: पिछले सप्ताह चने का बाजार दबाव में रहा। सप्ताह की शुरुआत में दिल्ली, राजस्थान, और जयपुर में चने की कीमतें 7250-7300 रुपये प्रति क्विंटल पर थीं, लेकिन सप्ताहांत में ये घटकर 7050-7075 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुईं। घरेलू मांग में कमजोरी के चलते चने की कीमतों में 225 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट देखी गई। चना दाल और बेसन में मांग कम होने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया से आने वाले चने के सस्ते फारवर्ड भाव का असर भी घरेलू बाजार पर पड़ा है।
चना आयात और अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
भारत सरकार द्वारा चना आयात की अनुमति दिए जाने के बाद, ऑस्ट्रेलिया से आने वाले चने की कीमतों में तेज गिरावट आई है। पहले जहां ऑस्ट्रेलिया चना CNF $900 प्रति टन पर पहुंच गया था, वह अब घटकर $680-$685 प्रति टन हो गया है। रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया से चने का एक बड़ा जहाज 19 नवंबर को 30,000 टन चने के साथ मुंद्रा पोर्ट पहुंचने वाला है। इससे घरेलू बाजार में चने पर अतिरिक्त दबाव बना हुआ है, और कीमतों में और गिरावट की संभावना जताई जा रही है।
घरेलू चना स्टॉक और बुवाई की धीमी रफ्तार
भारत में चने का मौजूदा स्टॉक सीमित है, और इस वर्ष बुवाई की भी धीमी शुरुआत हुई है। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया से चने का आयात सस्ते दामों पर होने के कारण बाजार में नकारात्मक रुझान बना हुआ है। दिल्ली में चने ने अपने कई महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल तोड़ दिए हैं और अब 7000 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ चुका है। फिलहाल, अगला सपोर्ट लेवल 6800 रुपये पर दिखाई दे रहा है, जिससे गिरावट का दौर जारी रहने की संभावना है।
बाजार का मौजूदा सेंटीमेंट और व्यापारिक सलाह
ऑस्ट्रेलिया चने के सस्ते आयात के चलते घरेलू बाजार में चने की कीमतों पर दबाव बरकरार है। इस स्थिति को देखते हुए, वर्तमान भाव में सीमित या रोलिंग व्यापार ही सुरक्षित विकल्प हो सकता है।
नोट: यह विश्लेषण केवल जानकारी के उद्देश्य से है। व्यापार में किसी भी प्रकार का निर्णय लेने से पहले अपने विवेक का इस्तेमाल करें ।








