कॉटन की कीमतों में आई गिरावट, जानें क्या है वजह ?
नई दिल्ली सितंबर, 06 : देश की नरमा-कपास उत्पादक मंडियों में नई फसल की आवक धीरे-धीरे आनी शुरू हो चुकी है । इसके साथ ही हाजिर बाजार में कपास की कीमतों (Cotton Price) में गिरावट देखने को मिल रही है। बीते एक हफ्ते में कपास के दामों में तकरीबन 3% से 4% तक की गिरावट आ चुकी है। वर्तमान में कपास का भाव 43,000 रुपये प्रति गांठ पर पहुँच गया है।
एक्सपर्ट की माने तो आने वाले दिनों में कॉटन का रेट 40,000 रुपये प्रति गांठ तक भी पहुँच सकता है। इंटरनेशनल मार्केट में बिकवाली और देश में इस साल कपास उत्पादन में बढ़ोतरी होने की संभावना से कपास के रेट में दबाव देखने को मिल रहा है।
भारत के हाजिर बाजार के अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजार में ICE Cotton दिसंबर वायदा में भी बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई है और भाव 9.6% की गिरावट के साथ 103.21 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुआ है।
कपास का रकबा बढ़ा
बीते साल किसानों को नरमा-कपास का भाव काफी अच्छा मिला था, जिसके चलते इस बार किसानों का रुख कपास की फसल की और ज्यादा है. ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इस बार देश में कपास का रकबा तकरीबन 7% तक बढ़ा है. 2 सितंबर तक जारी आकड़ों के मुताबिक़ देश में कपास की बुआई 125.70 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है. जोकि बीते साल की समान अवधि में 117.7 लाख हेक्टेयर थी.
उत्पादन में गिरावट , फिर भी दबाव
ओरिगो कमोडिटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राजीव यादव के मुताबिक चीन में लॉकडाउन और अमेरिका में मंदी की घबराहट से कमोडिटी मार्केट में नेगेटिव ट्रेंड कर रहा है।
मनीकंट्रोल पर जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक़ इस बार अमेरिका में सूखे की वजह से वहां कपास के कुल उत्पादन में तकरीबन 1 मिलियन मीट्रिक टन गिरावट जबकि पाकिस्तान में बाढ़ के चलते 0.5 मिलियन मीट्रिक टन फसल क्षतिग्रस्त होने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है। बावजूद इसके इन आकड़ों को नंजरअंदाज करते हुए ICE Cotton दिसंबर वायदा में जून 2022 के मध्य के बाद से सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई थी और भाव 9.6 फीसदी की गिरावट के साथ 103.21 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुआ था।
अब कॉटन मार्केट में वैश्विक सप्लाई में तेज गिरावट और वैश्विक बाजार में संभावित मंदी के बीच कड़ा मुकाबला होगा, जिसकी वजह से मांग कम हो सकती है। हालांकि अमेरिका, ब्राजील और पाकिस्तान में फसल को काफी गंभीर नुकसान हुआ है जिससे प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कॉटन का लॉन्ग टर्म आउटलुक सकारात्मक रहेगा।
कपास की नई फसल की आवक शुरू
हरियाणा के पलवल जिले में 2022-23 सीजन के लिए नरमा-कपास की नई आवक निर्धारित समय (1 अक्टूबर) से पहले ही आनी शुरू हो चुकी है। हालांकि, नए कपास की कुल दैनिक आवक 500 गांठ (170 किलोग्राम) से कम ही है । अगर राजस्थान-हरियाणा प्रदेश की मंडियों में नरमें के मौजूदा भावों की बात करें तो हाजिर मंडियों में इस समय 9000 से लेकर 10300 रुपये प्रति क्विंटल तक बोले जा रहे है। इससे पहले बीते वर्ष इस समय भाव 6500 रुपए प्रति क्विंटल के चल रहे थे।
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