कमोडिटी बाजार भविष्य 2023: चना बाजरी मक्का मसूर मूंग तुअर उड़द चावल व राजमा तेजी मंदी रिपोर्ट

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कमोडिटी बाजार भविष्य 2023: नमस्कार किसान साथियों, आइये जाने कमोडिटी बाजार में चना, बाजरी, मक्का, मसूर, मूंग, तुअर, उड़द, चावल और राजमा को लेकर क्या स्थिति बनी हुई है। आने वाले दिनों में इन सभी कृषि जिंसों में बाजार का सेंटीमेंट क्या कुछ रह सकता है और कितनी तेजी मंदी बन सकती है।

काबुली चना बाजार भविष्य
काबुली चने का उत्पादन के अनुरूप एवं सीजन से ही अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऊंचे भाव होने से मोटे माल निर्यात में भी काफी चले गए हैं, जिस कारण है मैक्सिको 142/143 रुपए तथा महाराष्ट्र का 120/122 रुपए एवं कर्नाटक का 123/124 रुपए पर तेज चल रहे हैं। हालांकि ऊपर के भाव से बाजार चार से आठ रुपए प्रति किलो तक नीचे जरूर आ गया है, लेकिन यहां से फिर बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं।

देसी चना बाजार भविष्य
देसी चने का उत्पादन कम होने तथा केंद्रीय पूल में भी अपेक्षाकृत बफर स्टॉक अनुकूल नहीं होने से सरकार भी ज्यादा मंदे भाव में बेचना नहीं चाह रही है, क्योंकि केंद्रीय पूल के अधिकतर स्टॉक किए हुए माल निबट चुके हैं तथा काफी ऊंचे पड़ते के स्टॉक हुए हैं। गौरतलब है कि सभी खाद्यान्नों में सरकार पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है, इन परिस्थितियों को देखते हुए देसी चने में धीरे-धीरे और तेजी के आसार दिखाई दे रहे हैं। लॉरेंस रोड पर जो देसी चना 6375 रुपए बिक रहा है, इसमें अच्छी तेजी के आसार दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि नई फसल आने में लंबा समय बाकी है।

राजमां चित्रा बाजार भविष्य
राजमां चित्रा की नई फसल महाराष्ट्र के पुणे सतारा वाई खटाव मायनी लाइन में आने लगी है। वहां बरसात होने से माल कुछ दागी होने का खतरा बढ़ गया है, नया गन्ना 7200/7500 रुपए प्रति कुंतल के पड़ते में यहां आ रहे हैं तथा पुराना गन्ना बढ़िया कलर का 8100/8200 रुपए बिक रहा है। चीन ब्राजील के अगांऊ सौदे पहले की अपेक्षा कुछ घटकर मिलने लगे हैं, इन परिस्थितियों में वर्तमान भाव पर तेजी का व्यापार अब नहीं करना चाहिए।

मसूर बाजार भविष्य
मसूर का उत्पादन गत वर्ष की तुलना में अधिक होने के बावजूद भी मिलिंग के अनुरूप माल नहीं होने से देसी बिल्टी में 6640/6650 रुपए प्रति कुंतल बिक रही है। वास्तविकता यह है की आयात पड़ता काफी महंगा लग रहा है। कनाडा में इसके भाव 825-830 डॉलर प्रति टन चल रहे हैं, जिससे मुंदड़ा पोर्ट पर आकर महंगी पड़ रही है, लेकिन इसमें कुछ आयातकों का सिंडिकेट होने से निकट में लंबी तेजी नहीं लग रही है। मसूर 6425/6450 रुपए बोल रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि मसूर में आयातकों की ही मोनोपोली है, क्योंकि जो निर्यातक कनाडा में बेच रहा है, वही यहां खरीद भी रहा है, जिससे उनके हिसाब से बाजार चलेगा।

मूंग बाजार भविष्य
मूंग का उत्पादन कम होने की राजस्थान, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक से खबरें आ रही है, लेकिन दाल धोया एवं छिलका की इतने ऊंचे भाव में बिक्री अनुकूल नहीं है, जिससे वर्तमान भाव के मूंग में स्टॉक के लिए व्यापार रिस्की लग रहा है। महाराष्ट्र के खामगांव, अकोला लाइन की मूंग जलगांव की दाल मिलों ने खरीद लिया। राजस्थान की मूंग पिछले दिन कर्नाटक, आंध्र प्रदेश की मिलों में गया है, अब वहां की लोकल आवक बढ़ गई है, जिससे राजस्थान की आवक दिल्ली में भी बढ़ने लगी है, इन परिस्थितियों में वर्तमान की तेजी नुकसानदायक हो सकती है।

तुवर बाजार भविष्य
तुवर की निकट भविष्य में कोई फसल आने वाली नहीं है। दूसरी ओर रंगून से आयात करने पर पड़ता काफी महंगा लग रहा है, जिस कारण तुवर तो 130 रुपए प्रति किलो बिकेगी, लेकिन एक साथ 10-12 दिनों के अंतराल 10 रुपए किलो की तेजी के बाद 6 रुपए का करेक्शन आ गया था, लेकिन माल नहीं मिला, इन परिस्थितियों में तुवर आगे चलकर और बढ़ जाएगी।

उड़द बाजार भविष्य
उड़द का स्टॉक पाइपलाइन में कहीं भी नहीं है। केवल स्टॉक सीमा की दहशत से बाजार नाजायज 450 रुपए प्रति क्विंटल ऊपर के भाव से टूटकर 9550 रुपए एसक्यू क्वालिटी का रह गया है एफ ए क्यू क्वालिटी में भी इसी अनुपात में गिरावट आ गई है। उत्पादक मंडियों में नये माल का दबाव नहीं बन पा रहा है, क्योंकि प्रति हैक्टेयर उत्पादकता कम आ रही है, इन परिस्थितियों में एक बार फिर इस भाव में माल खरीदना चाहिए।

चावल बाजार भविष्य
मोटे चावल की चौतरफा लिवाली बनी हुई है। वास्तविकता यह है कि राइस मिलों एवं कारोबारियों के पास माल नहीं है तथा सरकार द्वारा मुफ्त वितरण योजना में अभी 31 दिसंबर तक चावल वितरण किया जाएगा। उधर पड़ोसी सीमावर्ती देशों को भी मानवता के आधार पर चावल जाने की चर्चा है। दूसरे अन्य देशों के लिए निर्यात प्रतिबंधित है, इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए चावल का बाजार अभी और तेज रहेगा। इधर पूर्वीयूपी, बिहार में सूखे से फसल चौपट हो गई है, क्योंकि वहां अनुकूल बरसात नहीं हुई है। उधर बासमती प्रजाति के नए चावल में भी बाजार तेज हो गए हैं। चावल 1509 सेला 6700/6800 रु बिक रहा है। स्टीम चावल 7300/7500 रु तक बिक रहा है। अत: अभी बाजार और तेज रहने वाला है।

मक्की बाजार भविष्य
यूपी की मक्की हरियाणा-पंजाब पहुंच में रैक लोड हो रही है। वास्तविकता यह है कि बिहार में भी स्टॉक ज्यादा है, लेकिन वहां के पड़ते महंगे लगने से व्यापार कम हो रहा है। अक्टूबर से एमपी, राजस्थान, महाराष्ट्र की मक्की शुरू हो जाएगी, इन परिस्थितियों में वर्तमान भाव की रैक पॉइंट पर यूपी की मक्की 2050 रुपए में लाभदायक रहेगी, लेकिन लंबी तेजी का व्यापार नहीं करना चाहिए। बिहार के गोदाम में भी स्टाक में मक्की ज्यादा है, लेकिन गेहूं के ऊंचेस भाव होने से इसकी खपत 30 प्रतिशत बढ़ गई है।

बाजरा बाजार भविष्य
साठी बाजरे के चलते काफी लंबे समय तक खपत की आपूर्ति होती रही है तथा वर्तमान में राजस्थान हरियाणा का बाजरा आने लगा है, यूपी में भी बाजार 15 दिन बाद आ जाएगा तथा प्रयागराज कानपुर लाइन में बाजरा अक्टूबर के अंत व नवंबर में आएगा, इन परिस्थितियों को देखते हुए अभी तेजी का समय नहीं है, लेकिन वर्तमान भाव के बाजरे में कभी भी लाभ मिल जाएगा। सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद करती है, तो आगे चलकर अक्टूबर में सीजन पर ही ये भाव दिखाई नहीं देंगे।

डिस्क्लेमर :

उपरोक्त सभी फसलों की बाजार भविष्य रिपोर्ट मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखकर बनाई गई है , घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में माँग और उत्पादन के अनुसार किटमों में बदलाव संभव है। कृपया किसी भी प्रकार का व्यापार अपने विवेक से करें। किसी भी प्रकार के नफ़े या नुक़सान के लिए ई मंडी रेट्स जिम्मेदार नहीं होगा। यहाँ प्रकाशित जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जगत पाल पिलानिया है ! मैं ई मंडी रेट्स (eMandi Rates) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों को फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाना है। ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है।

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