मूंग उड़द मसूर तुवर साप्ताहिक तेजी मंदी रिपोर्ट 28 नवंबर 2022 (Weekly Bullish Bearish Report) : बीते हफ्ते में मूंग उड़द मसूर और तुवर में गिरावट जबकि चने में तेजी दर्ज की गई। साप्ताहिक बाज़ार भाव, डिमांड, सप्लाई एवं तेजी-मंदी की रिपोर्ट यहाँ पर देखें.. (Moong Urad Masoor Toor Weekly Teji Mandi Report)
चना सप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट (28 नवंबर)
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार दिल्ली राजस्थान लाइन 4950 रुपये पर खुला था और शनिवार शाम 5125 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान चना दाल बेसन में मांग रहने से +175 रूपये कुन्टल की मजबूत दर्ज हुआ। नाफेड की सिमित और ऊपर भाव में बिक्री की वजह से चना में सुधार दर्ज किया गया।
इस बीच मंडियों में चना की आवक सिमित और हलके माल की आवक अधिक हो रही। स्टॉक को निकाल दे तो नाफेड के पास बेचने के लिए अब अधिक स्टॉक नहीं शादियों का सीजन रहने से भी चना दाल और बेसन में पूछ-परख बढ़ने से मजबूती। इस बीच सूत्रों के अनुसार दिसंबर माह में दूसरे सप्ताह के बाद चना में वायदा व्यापार हो सकता है शुरू। चना की बिजाई में कमजोरी का अनुमान है जो धीरे धीरे चना के भाव को मजबूती दे सकता है। यदि बोआई 15/20% के आसपास कमजोर रहा तो मजबूती 5400/5500 तक भी जा सकती है।
तुवर सप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट (28 नवंबर)
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार अकोला तुवर नयी मारूति 7700 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम 7550 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान मांग कमजोर रहने से -150 कुन्टल की गिरावट दर्ज हुआ। तुवर में पांचवे सप्ताह जारी रही कमजोरी अफ्रीका से लगातार अच्छी मात्रा में आयात और तुवर दाल में सुस्त मांग से दबाव सोशल मीडिया पर नया तुवर जल्दी आने का हल्ला मचने से भी बाजार में दबाव बढ़ा। नया तुवर कमजोर रहेगा इसमें शक नहीं है और 25 लाख टन के आसपास रहने की उम्मीद है। 1 या 2 दिसंबर से कर्नाटक का दूसरा सर्वे की शुरुआत करेगा और आप तक सही रिपोर्ट पहुँचाया जायेगा।
देश में देशी तुवर का कैरी ओवर स्टॉक कमजोर है और अफ्रीका का दबाव भी अब धीरे धीरे कम होने की उम्मीद बर्मा का तुवर जनवरी-फरवरी से आने की उम्मीद है और इस वर्ष फसल कुछ 10-15% कमजोर रहने की संभावना है। अगले तुवर सीजन 2023 वर्ष में सप्लाई काफी टाइट रहने की उम्मीद है। सरकार और प्राइवेट में पिछले वर्ष दिसंबर में अच्छा खासा स्टॉक था लेकिन इस वर्ष स्टॉक लगभग नगण्य है। तुवर में अभी जो गिरावट आई है यह आगे चलकर सब सुधरने की उम्मीद है।
उड़द सप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट (28 नवंबर)
पिछले सप्ताह सुरुवात सोमवार चेन्नई एसक्यू 7750/75 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम एसक्यू 7425 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान उडद मे -350 रूपये कुन्टल की गिरावट दर्ज हुआ, उड़द में पिछले दो माह से चल रही कमजोरी का रुख सप्ताह के दौरान रहा जारी चेन्नई उड़द में सप्ताह के दौरान 325 रुपये और नवंबर में 525 रुपये की गिरावट दर्ज की गई।
देशी उड़द में भी नवंबर माह में 400/500 रुपये की कमजोरी रही। उड़द में कमजोरी का एक ही प्रमुख कारण समझ में आ रहा बर्मा की हर भाव में बिकवाली जो अप्रत्याशित है बर्मा उड़द में गिरावट का एक प्रमुख कारण है वहां से माल भाडा (FREIGHT) में तेज गिरावट आई है।
जिससे आयात की लागत सस्ता हुआ बर्मा से जितना भी उड़द आ रहा है। पाइपलाइन खाली होने से अच्छी मांग के कारण खपत में जा रहा है। देशी उड़द की आवक मंडियों में कमजोर है और अच्छी क्वालिटी की आवक सिमित उड़द में कमजोरी का प्रमुख कारण फॉरवर्ड में जोरदार बिकवाली, जो काफी कुछ सटटात्मक दिख रही। रेडी डिलीवरी में सप्लाई सिमित होने फॉरवर्ड में कुछ कुछ सप्ताह से जबरदस्त बिकवाली रही। चेन्नई के गोदामों में उड़द की सप्लाई नहीं के बराबर जबकि पिछले वर्ष इस समय 50,000 टन से अधिक स्टॉक था। बर्मा में 1-1.25 लाख टन उड़द का स्टॉक का अनुमान बड़े कारोबारी बता रहे हैं। बर्मा में अगली फसल फरवरी मार्च में आने की उम्मीद चेन्नई उड़द (SQ) में जो गिरावट है वह 7300-7150 की रेंज में रहने की उम्मीद।
मूँग सप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट (28 नवंबर)
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार दिल्ली बेस्ट मूंग राजस्थान लाईन 7250 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम7100 रूपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान कमजोर मांग से मूंग मे -150 रूपये कुन्टल की गिरावट दर्ज हुआ। मूंग दाल में मांग कुछ सुस्त पड़ने से बिकवाली दर्ज की गई। हालांकि मूंग का सिमित स्टॉक को देखते हुए अधिक गिरावट की उम्मीद नहीं।
कर्नाटक में सरकारी खरीदी 25000 टन, महाराष्ट्र मे 6700 टन और हरयाणा में 9000 टन पूरी देश में इस वर्ष मूंग का उत्पादन कमजोर रहा है और आने वाले दिनों में भाव को मजबूती मिल सकती है। मूंग में गिरावट पर खरीदी की जा सकती है मांग में सुधार होने पर ऊपर में भाव 7600/7700 तक देखने को मिल सकता है।
मसूर सप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट (28 नवंबर)
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार कटनी मसूर 6725/50 रुपये पर खुला था ओर शनिवार 6700/25 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दोरान मसूर मे -25 रूपये कुंटल की गिरावट देखी गई, सुस्त मांग और निरंतर आयात से मसूर के दाम में दबाव दर्ज किया गया। कमजोर मांग के कारण धीमी सप्लाई के बावजूद मांग की पूर्ति आसानी से हो रही नवंबर माह में विदेशों से बल्क वेसल में आयात जारी है, जिससे सेंटीमेंट प्रभावित हालांकि मसूर में जारी गिरावट अब रुकने की उम्मीद।
आगे की तेजी/मंदी बोआई पर निर्भर देश में मसूर की बोआई अब तक 4% बढ़कर 11.23 लाख हेक्टेयर पहुंचा। इस रबी सीजन देश में मसूर की बोआई लगभग 5% तक बढ़ने की उम्मीद कनाडा/ऑस्ट्रेलिया मसूर फिलहाल 725-730 डॉलर प्रति टन बोले जा रहे। अंतराष्ट्रीय भाव अब यदि स्थिर रहते है तो वर्तमान भाव में भारत में मसूर में गिरावट की उम्मीद कम मसूर में फिलहाल थोड़ी को देखते हुए सिमित कारोबार की सलाह रहेगी अनिश्चितता हैं।
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