चना साप्ताहिक रिपोर्ट 28 अगस्त 2023 (Gram Price Weekly Report) बीते सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को दिल्ली राजस्थान लाइन में नया चना 6075/6100 रुपये पर खुला जो शनिवार की शाम चना 6125/6150 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान चना दाल बेसन में मांग बनी रहने से +50 रुपये प्रति क्विंटल की मजबूत दर्ज हुआ।
ई मंडी रेट्स की चना में तेजी की रिपोर्ट रही सटीक 2023 चना की बिक्री निकलने और नाफेड टेंडर DO एक्सटेंशन के नियमों में बदलाव से बाजार पर दबाव था। चूँकि चना फंडामेंटल मजबूत है तो बाजार इन सभी नकारत्मक कारणों को दूर करने में कामयाब रहा।
दिल्ली चना दिवाली के आसपास 7000 तक पहुँच जाए तो आश्चर्य नहीं। नाफेड के पास लगभग 28-29 लाख टन चना (2022+2023) 10 लाख टन बफर और 10 लाख टन सरकारी/अन्य योजना में स्टॉक जाने की उम्मीद मांग 3-4 माह त्योहारी सीजन को देखते हुए नाफेड के पास बेचने के लिए सिमित स्टॉक।
चूँकि चना के भाव बढ़ रहे तो अक्टूबर में बिजाई के समय बीज की मांग अधिक रहेगी। इस साल बारिश कम है और चना कम पानी वाली फसल है इसलिए इसकी बोआई बढ़ सकती है।
चना का फंडामेंटल मजबूत है और भाव धीरे धीरे मजबूत रहने की उम्मीद है तेजी पर धीरे धीरे मुनाफा लेते रहे ताकि त्योहारी सीजन में चना दाल/बेसन की उपलब्धता वाजिब दाम पर बनी रहे।
काबुली चना साप्ताहिक रिपोर्ट
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार इंदौर काबुली (40/42)16400 रुपये पर खुला था और शनिवार शाम (40/42) 16100 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान काबुली चना मे मांग न रहने से -300 रूपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।
काबुली कंटेनर के दाम में सप्ताह के दौरान 300 रुपये की कमजोरी रही, बाजार में खबर है की सूडान और इथियोपिया की काबुली आयात बढ़ेगा । सूडान/इथियोपिया से आयात आंकड़े भी ऊपर पेश किया है। सूडान से भारत काफी वर्षो में काबुली अच्छी मात्रा में काबुली आयात करता आया है। जबकि आयात आंकड़ों के देखे तो इथियोपिया से बड़ा आयात नहीं होता है। यदि आंकड़ों का विश्लेषण करें तो आयात को लेकर जो डर बनाया जा रहा वह सही नहीं है।
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अब बात करते हैं सप्लाई डिमांड की
नया घरेलु काबुली फरवरी में आएगा 5 माह का समय है। अगले 5 माह के लिए 1 लाख टन काबुली खपत मांग का अनुमान इस बीच अक्टूबर में काबुली की बोवाई होगी तो बीज के लिए भी मांग निकलेगी।
चूँकि काबुली के भाव अच्छे है तो बिजाई भी बढ़ने की उम्मीद बोवाई के लिए कम से कम 25000 टन अच्छी क्वालिटी काबुली चना के बीज की जरूरत पड़ेगी यानी के नए सीजन आने तक कम से कम 1.25 लाख टन काबुली की मांग रहेगी।
कमजोर आवक को देखते हुए देश में 40,000 टन से अधिक स्टॉक नहीं होने का अनुमान यानी की घरेलू मांग की पूर्ति के लिए कम से कम 85000 टन अतिरिक्त काबुली की जरुरत पड़ सकती है। अब यह आयात से पूर्ति हो या जैसे भी हो यानी की काबुली की डिमांड-सप्लाई में बड़ा अंतर है। शार्ट टर्म में काबुली में अभी 200-300 घट जाये लेकिन दिवाली तक बाजार ऊपर ही रहेंगे।
डिस्क्लेमर:
Gram Price Report: कृपया व्यापार अपने स्वयं के विवेक से करें। हमारा उद्देश केवल किसानों तक जानकारी पहुँचाना है। किसी भी प्रकार के नफे या नुकसान (nafa nuksan) की हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।