मंडियों में नई सरसों की आवक शुरू, सही भाव मिलने से किसानों में खुश़ी, देखें तेजी-मंदी रिपोर्ट

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जयपुर : राजस्थान व मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों की मंडियों में नई सरसों (Mustard) की आवक शुरू हो गई है। बुधवार को इन मंडियों में लगभग 8 हजार बोरी नई सरसों के आने का अनुमान लगाया गया। नई सरसों के की आवक होने के बावजूद अभी तक सरसों की कीमतों (Mustard Prices) में तेजी बरकरार है।

व्यापारियों के मुताबिक नीमच , निम्बाहेड़ा, मंदसौर, जावरा, मानसा , छोटी सादड़ी, प्रतापगढ़ एवं अलवर की मंडियों समेत पश्चिमी बंगाल में नई सरसों की आवक हुई है। वहीं 15 से 20 फीसदी नमी के बावजूद जयपुर मंडी में नई सरसों 42 प्रतिशत तेल कंडिशन 8225 रुपये प्रति क्विंटल के भाव बिकी। जबकि पुरानी सरसों के भाव 8250 रुपये प्रति क्विंटल के दर्ज किये गये।

क्या कहना है व्यापारियों का

जानकारों के मुताबिक सरसों की कीमतों में जारी तेजी की वजह विदेशी खाद्य तेलों (edible oils) में मजबूती आना है। इसके अलावा देश में सरसों का बकाया स्टॉक घटकर डेढ़ से दो लाख टन के आसपास रह गया है।

15 फरवरी तक नहीं है बड़ी गिरावट की आशंका

जानकारों की माने तो अगर आन वाले दिनों में मौसम सही रहा तो 15 से 20 फरवरी तक प्रमुख सरसों उत्पादक मंडियों में नई सरसों की आवक 60 हजार बोरी प्रति दिन तक पहुँच जायेगी। हालांकि अभी 15 फरवरी तक सरसों की कीमतों में बड़ी गिरावट की कोई सम्भावना नज़र नही आ रही। 15 फरवरी के बाद जैसे ही मंडियों में सरसों की अराइवल बढ़ेगी तो उसके साथ सरसों की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है।

नयी फसल की आवक से सरसो में लेवाली रुकी

सरसो नयी फसल की आवक 25,000 हजार बोरी की रिपोर्ट से सरसो में लेवाली रुकी किसी भी मंडी में नयी सरसो की आवक कल ऊपर नहीं रही। कल सुबह अच्छी प्लांटों की अच्छी मांग के चलते सभी मँडियों में भाव 200-250 रूपए तक बढ़ाये लेकिन नयी फसल की आवक की खबर फैलते ही सरसो में लेवाली रुकी।

लेवाली रुकने से भाव फिर से 200/250 रूपए तक घटाए जयपुर में भाव शुरुआती बढ़त के बाद शाम को भाव गिरकर कल के स्तर 8025 पर बंद हुए। सरसो की नयी आवक बढ़ने पर सरसो में दबाव और बढ़ेगा फ़िलहाल सटोरियों की एक लॉबी सरसो को अपने लाभ के लिए उतार चढाव का माहौल बना रही है। सरसो तेल और सरसो में संभलकर व्यापार करें।
नोट : व्यापार अपने विवेक से करें।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जगत पाल पिलानिया है ! मैं ई मंडी रेट्स (eMandi Rates) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों को फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाना है। ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है।

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