Farmer ID: अगर आप एक किसान है और खेती बाड़ी से अपना जीवन यापन करते है, लेकिन अभी तक आपने अपनी फार्मर आईडी नहीं बनवाई है, तो ये खबर आपके लिए जानना बेहद जरूरी है। क्योंकि किसान आईडी से आपको हजारों-लाखों रुपये की सरकारी मदद मिल सकती है! जी हां, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर इसकी जानकारी शेयर करके साफ कर दिया है कि बिना Farmer ID के आप किसी भी सरकारी योजना का पूरा फायदा नहीं उठा सकते। और सबसे बड़ी बात? इसके लिए अब ना तो आपको सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ेंगे, ना ही महीनों इंतजार करना होगा।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ताज़ा जानकारी के मुताबिक, Farmer ID महज एक पहचान पत्र ही नहीं, बल्कि किसान का पूरा डिजिटल प्रोफाइल है। इस एक कार्ड में आपकी व्यक्तिगत जानकारी से लेकर भूमि के पूरे विवरण और बैंक डिटेल्स तक सब कुछ होगा। मतलब साफ है सरकार जब भी कोई Agriculture Subsidy या किसी योजना का पैसा भेजेगी, तो सबसे पहले इसी ID को चेक करेगी। जिसके बाद यदि आप पात्र होंगे तो योजना का लाभ सीधे आपके बैंक खाते में भेज दिया जाएगा ।
फार्मर आईडी क्या है और आपके लिए क्यों ज़रूरी है?
Farmer ID Kya Hai or Kaise Banaye – जैसा की भारत में अब तक आधार कार्ड को सबसे बड़ी पहचान माना जा रहा है , लेकिन किसानों के मामले में फार्मर आईडी उससे भी ज्यादा पावरफुल है। यह सिर्फ एक Digital ID नहीं, बल्कि आपके किसान होने का डिजिटल सबूत है। मंत्रालय की गाइडलाइन साफ कहती है की जब तक किसान के पास यह ID नहीं, तब तक आप पूरी तरह से के कृषि मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही सरकारी योजनाओं, सब्सिडी का पूरा लाभ नहीं उठा सकेंगे ।
इस कार्ड की सबसे बड़ी खासियत यह है कि सरकार की सभी योजनाओं को एकसाथ जोड़ती है। चाहे वह PM Kisan की किस्त हो, Kisan Credit Card की सुविधा हो, या फिर बीज-खाद पर मिलने वाली Subsidy हर जगह यही ID काम आएगी।
और हाँ इस आईडी की सबसे बड़ी बात ये है की अब आपको हर योजना के लिए अलग-अलग फॉर्म और दस्तावेज़ नहीं देने पड़ेंगे। एक बार फार्मर आईडी बनाने के बाद इसी नंबर से आपकी पात्रता ऑटोमेटिक चेक हो जाएगी।
जाने! Farmer ID Kaise Banaye
आइए अब जानते है की फार्मर आईडी बनवानी कैसे है । तो दोस्तों आपको बता दे कि कृषि मंत्रालय के अनुसार किसान अपनी फार्मर आईडी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीको से बनवा सकता है।

ऑनलाइन मेथड– उन लोगों के लिए बेस्ट है जिनके पास स्मार्टफोन या कंप्यूटर है और इंटरनेट चलाना आता है। पूरी प्रक्रिया 15-20 मिनट में हो जाएगी, बशर्ते आपके पास सारे डाक्यूमेंट्स तैयार हों।
- इसके लिए सबसे पहले आपको अपने राज्य के कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- वहां पर फार्मर आईडी सेक्शन में जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा।
- जरूरी दस्तावेज़ स्कैन करके अपलोड करें और सबमिट बटन दबा दें।
ऑफलाइन मेथड– जिनके पास स्मार्टफोन या कंप्यूटर नहीं और जिन्हें इंटरनेट चलाना नहीं आता उनके लिए यह तरीका बेस्ट है ।
- इसके लिए आपको सबसे पहले नज़दीकी सीएससी सेंटर (कॉमन सर्विस सेंटर) या फिर तहसील/ब्लॉक स्तर के कृषि कार्यालय में जाना होगा।
- वहां आपको सिर्फ जरूरी दस्तावेज़ जमा करने हैं और एक सिंपल फॉर्म भरना है।
- अधिकारी खुद आपकी एंट्री सिस्टम में कर देंगे। यह सेवा पूरी तरह से मुफ्त होनी चाहिए, अगर कोई पैसे मांगे तो आप शिकायत कर सकते हैं।
कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए ? ये है पूरी लिस्ट

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर Farmer ID बनवाने के लिए क्या क्या डाक्यूमेंट्स चाहिए? तो बता दे की इसे लेकर कृषि मंत्रालय ने साफ़ कर दिया है। आपके पास ये पांच चीज़ें होनी जरूरी हैं:
- आधार कार्ड – क्योंकि सब कुछ इसी से लिंक होगा
- भूमि के कागजात – खतौनी या खसरा खतौनी (जो भी आपके पास मौजूद है)
- पासपोर्ट साइज फोटो – हाल की, साफ तस्वीर
- बैंक पासबुक – जिसमें IFSC कोड और खाता नंबर साफ दिखे
- मोबाइल नंबर – जो हमेशा चालू रहे और आपके नाम पर हो
ये गलतियाँ करने से बचें
अब जब आप आवेदन करने जा ही रहे हैं, तो कुछ आम गलतियों से बचना बेहद जरूरी है।
पहली गलती : जैसे की गलत जानकारी देना। कृषि विभाग की टीम हर एप्लिकेशन को वेरिफाई करती है। अगर आपकी भूमि रिकॉर्ड में नाम और आधार में नाम में एक भी अक्षर का फर्क हुआ, तो आवेदन रिजेक्ट हो सकता है।
दूसरी बड़ी : फोटो कॉपी की क्वालिटी खराब होना। जो दस्तावेज़ अपलोड कर रहे हैं, वह साफ और पढ़ने लायक होने चाहिए।
तीसरी गलती : ई-केवाईसी में देरी या गलती। हालांकि इस आर्टिकल में [e-KYC] डिटेल नहीं है, लेकिन डिजिटल पहचान से जुड़ा होने के नाते यह जरूरी हो जाता है।
सबसे बड़ी और जरूरी बात: अपना मोबाइल नंबर, OTP और बैंक डिटेल कभी भी किसी के साथ शेयर न करें। हैकर्स और फ्रॉड स्कीम्स का शिकार बनने से बचें। हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या सरकारी सेंटर से ही संपर्क करें।












