किसान अलर्ट : गेहूं में येलो रस्ट बीमारी से नुकसान की आशंका, 31 दिसंबर से पहले करवा लें फसलों का बीमा

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हनुमानगढ़ : कृषि विभाग के अनुसार इस बार हनुमानगढ़ जिले में 2 लाख हेक्टैयर से ज्यादा क्षेत्र में गेहूं की बिजाई हुई है। गेहूं की अच्छी पैदावार हो, इसके लिए विभागीय अधिकारियों को तकनीकी जानकारी देने में जुटे हुए हैं।

गेहूं फसल में येलो रस्ट बीमारी

गेहूं की फसल में येलो रस्ट (Wheat Yellow Rust) यानी पीला रतुआ बीमारी होने पर 70 फ़ीसदी तक नुकसान की आशंका बनी रहती है।

कारण : रात का तापमान 7ºC से 13ºC तथा दिन का 15ºC से 24ºC डिग्री सेल्सियस के मध्य होने और आद्रता 85 -100% के मध्य होने के कारण यह बीमारी के फैलने की आशंका रहती है।

लक्षण : शुरू की अवस्था में गेहूं के पौधे की पत्तियों पर आलपीन के सिरे जैसे छोटे-छोटे चमकीले पीले रंग के उभरे हुए धब्बे धारियों में दोनो तरफ दिखाई देते हैं। जो बाद में पीसी हुई हल्दी जैसे चूर्ण में बदल जाते हैं। पत्तियों को अंगुली से छूने पर पीले रंग का पाउडर लग जाता है। खेत में चलने पर पाउडर कपड़ों पर लग जाता है।

Wheat Yellow Rust

इस रोग के गंभीर होने पर तना, बालियों और दानों को नुकसान करता है। बाद में बहुत से धब्बे आपस में मिल जाते हैं। पत्तियों की बाहरी अवस्था फट जाती है। पीला चूर्ण नीचे जमीन पर दिखाई देने लगता है। गेहूं में पोषक तत्वों की कमी से पत्तियां पीली हो सकती है। लेकिन पत्तियों पर उभरे हुए धब्बे येलो रस्ट की निशानी होती है।

खेत का निरीक्षण और उपचार

किसानों को इस मौसम में खेत का नियमित निरीक्षण करना चाहिए। खेत में इस रोग का प्रथम लक्षण दिखाई देने पर प्रोपिकोनोजोल अथवा टेबुकोनाजोल रसायन का छिडक़ाव खेत में करना चाहिए। किसानों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि छिड़काव विभागीय सलाह के अनुसार करें।

फसलों का बीमा जरुर करवायें

कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार आज के समय की बात करें तो खेती कार्य अत्यंत ही जोखिम भरा हो गया है। ऐसे में फसल बीमा किसानों के लिए जरूरी है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसान साथी अपनी फसलों का बीमा अवश्य करवा लें। विपरीत मौसम में फसल खराब होने पर किसानों को फसल का बीमा मिलने से काफी हद तक नुकसान से राहत मिल जाती है। बीते बरसों में किसानों को फसल नुकसान के रूप में करोड़ों रुपयों का क्लेम मिला भी है।

हनुमानगढ़ ज़िले में पीएम फसल बीमा के लिए का प्रीमियम राशि

पीएम फसल बीमा के लिए हनुमानगढ़ जिले में चालू रबी सीजन फसलों के लिए प्रीमियम की राशि इस प्रकार है…

  • गेहूं फसल का बीमा प्रीमियम 1388.63 रुपए प्रति हैक्टेयर
  • सरसों फसल का बीमा प्रीमियम 1373.79 रुपए प्रति हैक्टेयर
  • जौ फसल का बीमा प्रीमियम 935.61 रुपए प्रति हैक्टेयर
  • चना फसल का बीमा प्रीमियम 609.63 रुपए प्रति हैक्टेयर
  • तारामीरा फसल का बीमा प्रीमियम 375.42 रुपए प्रति हैक्टेयर निर्धारित किया गया है।

पुर्नगठित मौसम आधारित फसल बीमा अंतर्गत आलू के लिए 7260 रुपए, मटर के लिए 4275 रुपए, फूलगोभी के लिए 4275 रुपए प्रति हैक्टेयर के हिसाब प्रीमियम निर्धारित किया गया है।

हनुमानगढ़ जिले में फसल बीमा की लास्ट तारीख

चालू रबी सीजन की फसलों का बीमा किसान 31 दिसंबर 2023 निर्धारित की गई हैं।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जगत पाल पिलानिया है ! मैं ई मंडी रेट्स (eMandi Rates) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों को फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाना है। ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है।

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