नई दिल्ली, 02 दिसंबर: आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में आई गिरावट से घरेलू बाजार में कल गुरूवार को सरसों की कीमतों में गिरावट आई । जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव कल 50 रुपये कमजोर होकर 6,800 रुपये प्रति क्विंटल जबकि सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें गुरूवार को 130-130 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 13810 रुपये और 13710 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किये गये। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 2600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही।
ये है गिरावट की वजह
चीन में कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी को लेकर विश्व बाजार चिंता अभी भी बनी हुई है, जिस कारण विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट आई है। मलेशिया के साथ ही शिकागो में सोया तेल कीमतें कमजोर हुई। घरेलू बाजार में खपत का सीजन होने के कारण खाद्य तेलों में मांग तो बनी हुई है, लेकिन इनके भाव में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्य तेलों के दाम पर निर्भर करती है।
मलेशिया के साथ ही इंडोनेशिया में पाम तेल का उत्पादन घटा है, साथ ही मलेशिया से निर्यात में बढ़ोतरी हुई है लेकिन सबसे बड़े आयातक चीन में पर स्थिर बनी रही । कोरोना की स्थिति गंभीर है। इसलिए व्यापारियों की नजर चीन पर लगी हुई है। चीन की आयात मांग प्रभावित हुई तो फिर विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों पर दबाव बना रहेगा ।
बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर फरवरी वायदा अनुबंध में पाम तेल के दाम 153 रिगिंट यानी 3.61 फीसदी घटकर 4081 रिगिंट प्रति टन रह गए। इस दौरान शिकागो बोर्ड पर दिसंबर अनुबंध में सोया तेल की कीमतें 3.85 सेंट कमजोर हुई।
ये है हाजिर मंडियों में सरसों का भाव
राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का भाव 6220 रुपए, श्री गंगानगर सरसों भाव 6443 रुपए, संगरिया सरसों भाव 6150 रुपए, श्री करणपुर सरसों भाव 6141 रुपए, देवली सरसों भाव 6450 रुपए, जैतसर सरसों भाव 5811 रुपए, श्री विजयनगर सरसों भाव 6126 रुपए, गोलूवाला सरसों भाव 6278 रुपए, सूरतगढ़ सरसों भाव 6100 रुपए, पीलीबंगा सरसों भाव 6041 रुपए, अनूपगढ़ सरसों भाव 6190 रुपए, गजसिंहपुर सरसों भाव 6330 रुपए जबकि हरियाणा की ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 6208 रुपए, सिरसा सरसों भाव 6083 रुपए, आदमपुर सरसों भाव 6155 रुपए/क्विंटल का रहा .
सरसों की दैनिक आवक
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक गुरूवार को 2.50 लाख बोरियों की हुई, जबकि बुधवार को भी इसकी आवक इतनी ही बोरियों की हुई थी । कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में एक लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 25 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 30 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 20 हजार बोरी तथा गुजरात में 10 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 65 हजार बोरियों की आवक हुई।