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सरसों साप्ताहिक तेजी मंदी समीक्षा (16 अगस्त): सरसों में उछाल, इस हफ्ते कैसी रहेगी चाल, देखें ताजा रिपोर्ट

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सरसों सप्ताहिक तेजी मंदी रिपोर्ट 16 अगस्त 2022 (Mustard Price Weekly Bullish Bearish Report): पिछले सप्ताह की शुरुआत सोमवार 8 अगस्त को जयपुर सरसों 6800/25 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम 13 अगस्त को 7000 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दोरान सरसों में प्लांट बालो की मांग निकलने सें +175 रुपये कुन्टल की मजबूत दर्ज हुआ।

सामान्य आवक के बीच विदेशी बाजारों से मिला सरसो को सहारा

बीते सप्ताहांत जयपुर में सरसो 42% कंडीशन सरसो का दाम 150 रुपए बढ़कर 7000 के स्तर पर पहुंचा। सरसो तेल के भाव लगभग स्थिर ही रहे और इसमें ज्यादा घट बढ़ नहीं मिली। मांग निकलने से जयपुर सरसो अपने सपोर्ट 6775 को बराबर होल्ड कर रहा है लेकिन क्रशिंग में पड़ताल कमजोर होने से ऊपरी स्तरों पर मांग सुस्त पड जाती है।

जबकि भरतपुर मंडी में सरसो की आवक में अप्रत्याशित रूप से बढ़कर 7500 कट्टे पहुंच गई। नयी फसल की बुवाई से पहले किसान पैसे की जरुरत के चलते अपने माल को मंडियों में लेकर आने लगे सोया, पाम के साथ सरसो तेल का अंतर इस वक्त 15 रुपए / किलो का बना हुआ है। बड़े अंतर के चलते सरसो तेल की डिमांड सोया, पाम की तुलना में सुस्त, बीते सप्ताह सोया और पाम में 4-5 रूपए/किलो की तेजी आयी लेकिन सरसो तेल में 1-2 रूपए की ही तेजी आयी। आगे भी सरसों और सरसो तेल में घट बढ़ के साथ सिमित दायरे में रहने का अनुमान है । जयपुर सरसो में 7150 के ऊपर ही अच्छी बढ़त की उम्मीद तब तक ट्रेडर्स घटे भाव पर माल पकड़कर उछाल में मुनफावसूली करते चलें।

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पाम तेल की कीमतों में मजबूती

पाम तेल की कीमतों में विदेशी और घरेलू बाजार में मजबूती दर्ज की गयी। इंडोनेशिया द्वारा एक्सपोर्ट टैक्स में बढ़ोतरी ,एक्सपोर्ट में सुधार से केएलसी इस सप्ताह 12.5% बढ़ा केएलसी में यहाँ से 4600 के रेजिस्टेंस है, जिसके ऊपर टिकने पर 5200 तक कोई बड़ी रुकावट नहीं है।

विदेशी बाजारों से अच्छे संकेतों से पाम तेल के भाव हाजिर में इस सप्ताह 4 रुपये किलो तक बढ़ गए। जुलाई महीने में पाम तेल का आयात जून की तुलना में 10% से अधिक गिरकर 5.30 लाख टन पहुंचा। सोया तेल के ऊपर आयात शुल्क हटाने के बाद पाम की मांग ठंडी पड़ी, जिसके चलते पाम तेल आयात गिरा लेकिन केएलसी में ऊपरी स्तरों से गिरावट के बाद अब पाम तेल का आयात अगस्त में बढ़कर 7 लाख टन पहुंचने का अनुमान।

पाम तेल स्टॉक टॉइट होने से कीमतों को अब तक मिला सहारा

हालाँकि घरेलू बाजार में तेजी केएलसी की तुलना में काफी कम रहा इसका प्रमुख कारण है इम्पोर्टेड पाम और रेडी के बीच बड़ा अंतर जैसे जैसे इम्पोर्टेड पाम के भाव बढ़ेंगे। तब ये अंतर कम होगा विदेशी बाज़ारों की मजबूती और घरेलू बाजार में डिमांड सुधरने से पाम तेल में मजबूती बनी रहेगी। कोई भी छोटा मोटा करेक्शन आये तो माल लेकर चलें और मुनफा मिलने पर माल बेचकर निकालें।

नोट: कृपया व्यापार अपने स्वयं के विवेक से करें. किसी भी प्रकार के नफे या नुकसान की हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।

नमस्ते! मैं जगत पाल ई-मंडी रेट्स का संस्थापक, बीते 7 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती-किसानी, मंडी भाव की जानकारी में महारथ हासिल है । यह देश का पहला डिजिटल कृषि न्यूज़ प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है। किसान साथियों ताजा खबरों के लिए आप हमारे साथ जुड़े रहिए। धन्यवाद

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