चना साप्ताहिक रिपोर्ट 24 मार्च 2025: नमस्कार किसान साथियों, इस लेख में हम पिछले सप्ताह चना भाव का विस्तृत विश्लेषण करेंगे और बाजार को प्रभावित करने वाले कारणों, और आने वाले दिनों के रुझानों को समझेंगे। तो चलिए, डालते है एक नजर, चना भाव की साप्ताहिक तेजी मंदी रिपोर्ट और भविष्य की संभावनाओं पर…
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार दिल्ली राजस्थान जयपुर नया 5425/50 रुपये पर खुला था। और शनिवार शाम चना 5600/25 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान चना दाल बेसन में मांग बनी रहने से +175 रुपये प्रति क्विंटल की मजबूत दर्ज हुआ, शनिवार को बिकवाली के बावजूद देशी चना बाजार सप्ताह के दौरान मजबूती के साथ बंद होने में कामयाब रहा। दिल्ली चना ₹150 प्रति क्विंटल का उछाल रहा। इंदौर, कटनी, बीकानेर और कई अन्य प्रमुख बाजार में चना मजबूत रहा।
स्टॉकिस्ट की मजबूत खरीदी के कारण चना हुआ तेज
होली अवकाश, MSP से कम भाव के कारण मंडियों में चना की आवक कम रही, जबकि स्टॉकिस्ट के हर भाव में मजबूत खरीदी के कारण चना में तेजी आई। किसान के पास फिलहाल बेचने के लिए कई विकल्प है जैसे गेहूं, सरसों, मसूर, मटर, आदि जिससे कारण कम भाव में चना मंडी में कम ही बेच रहा।
ऑस्ट्रेलिया से चना आयात रह सकता है धीमा
चना आयात की समयसीमा 31 मार्च 2025 को समाप्त हो रहा है। चना आयात समयसीमा बढे या बंद हो इसका शार्ट टर्म बाजार पर कोई खास असर पड़ने की उम्मीद नहीं। ऑस्ट्रेलिया में अब लगभग 4 लाख टन ही चना स्टॉक मौजूद होने का अनुमान है और आयात पड़तल भाव भी ऊंचा 6100-6200 है।
घरेलू उत्पादन और आवक की स्थिति
इस वर्ष देश में चना उत्पादन कुछ बेहतर 80 लाख टन के आसपास संभावित है (पिछले वर्ष लगभग 70 लाख टन)। कर्नाटक/महाराष्ट्र का चना अधिकतर निकल चुका है। गुजरात, राजस्थान और एमपी चना का प्रेशर अप्रैल में रहेगा।
चना सरकारी खरीदी
फिलहाल नाफेड द्वारा तेलंगाना में ही 2969.75 टन चना खरीदी हो सकी है। हमारा मानना है की कर्नाटक और महाराष्ट्र में खरीदी कमजोर रह सकती है, हालांकि गुजरात, राजस्थान और एमपी में चना खरीदी सामान्य रहने की उम्मीद है।
चना भाव क्या रहेगा अप्रैल 2025 में ?
हमारा मानना है चना की आवक अप्रैल में बेहतर रहेगी जिससे भाव पर दबाव की उम्मीद है। दिल्ली चना 5600 का भाव है और 5300-5400 की रेंज में आये तभी खरीदी करना बेहतर। मंडी में मिल क्वालिटी चना 5100-5200 की रेंज में खरीदी करना बेहतर क्योंकि सरकारी खरीदी शुरू बढ़ने पर इसके निचे भाव जाने की उम्मीद कम। शार्ट टर्म (15-30 दिन) के लिए चना में सिमित कारोबार करना ही बेहतर।
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डिस्क्लेमर : हमने ये विश्लेषण बाजार के ताजा रुझानों और विशेषज्ञों की राय के आधार पर तैयार किया है। हमारा मकसद है कि आपको सही समय पर सही जानकारी मिले, ताकि आप अपने नुकसान को कम कर सकें और फायदा उठा सकें। किसी भी प्रकार का व्यापार अपने ख़ुद के विवेक से ही करें किसी भी प्रकार के नफे या नुकसान की हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। धन्यवाद