सरसों का भाव: नीचे दाम पर तेल मिलों की मांग से घरेलू बाजार में शनिवार को सरसों की कीमतों (Mustard Price) में सुधार आया। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 6050 (-50) रुपये प्रति क्विंटल बोले गये। भरतपुर में सरसों 5621 (-30) , कामां सरसों 5621 (-30), कुम्हेर सरसों 5621 (-30), नदबई सरसों 5621 (-30), डीग सरसों 5621 (-30) नगर सरसों 5621 (-30) का रहा।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें शनिवार को क्रमशः 1195 रुपये और 1185 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर बनी रही। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 2450 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर बनी रही।
व्यापारियों के अनुसार नीचे दाम पर तेल मिलों की मांग निकलने से सरसों की कीमतों में सुधार तो आया है लेकिन व्यापारी बड़ी तेजी में नहीं है। वैसे भी उत्पादक राज्यों में मौसम साफ बना हुआ है, इसलिए नई सरसों की आवक उत्पादक मंडियों में आगामी दिनों में और बढ़ेगी। हालांकि आगामी सप्ताह में भी नए मालों में नमी की मात्रा ज्यादा आयेगी, इसलिए तेल मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों की मांग अभी कमजोर ही रहेगी। ये भी जाने : Mustard Farming: सरसों का उत्पादन क्षेत्र 98 लाख हेक्टेयर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
हाल में ओलावृष्टि व पाले से कुछ कुछेक क्षेत्रों में सरसों की फसल को नुकसान तो हुआ था, लेकिन चालू रबी में बुआई में बढ़ोतरी हुई है जिस कारण उत्पादन अनुमान पिछले साल की तुलना में ज्यादा है।
व्यापारियों के अनुसार देशभर की मंडियों में नई सरसों की आवक शनिवार को घटकर 50 हजार बोरियों की हुई जबकि शुक्रवार को नई की आवक 70 हजार बोरियों की हुई थी।
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देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक शनिवार को 1.50 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में इसकी आवक 1.45 लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 35 हजार बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 15 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 10 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 10 हजार बोरी तथा गुजरात में 5 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 30 हजार बोरियों की आवक हुई।