Sarso Bhav Report in Hindi (Sarso Teji Mandi Report) 21 जून : वैश्विक बाज़ारो की मंदी से सरसो डिमांड आज ठप्प पड़ी पाम और सोया तेल में गिरावट से सरसो तेल की मांग भी अटक रही है। जयपुर सहित अन्य मंडियों में सरसो की भाव में गिरावट दर्ज की गयी जयपुर 6850-6900 , भरतपुर 6380-6400 और सलोनी प्लांट 7250 पर दर्ज किया गया।
सोया और पाम तेल में गिरावट से कच्ची घानी में भी 1 से 3 रूपये/किलो गिरावट दर्ज की गयी। अन्य तेलों की मंदी से सरसो तेल में भी गिरावट बढ़ सकती है। इसलिए सिर्फ अधिक स्टॉक न करे सरसो तेल और खल में गिरावट से सरसों की मांग ऊपरी स्तरों पर सिमित रहेगी। इसलिए सरसो में भी गिरावट 150-200 रूपये की आ सकती है। जयपुर सरसो 6775 का सपोर्ट है जहा तक गिरावट बढ़ सकती है। इसलिए नयी खरीदारी के लिए थोड़ा इन्तजार करे।
राजस्थान मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों की आवक कमजोर होने के बावजूद तेल मिलों की मांग घटने के से गत सप्ताह के दौरान लारेंस रोड पर सरसों के भाव 100 रूपये घटकर 6650/6700 रुपए प्रति कुंतल रह गए। नजफगढ़ मंडी में लूज में इसके भाव 6200/6300 रुपए प्रति कुंतल रहे गये। जयपुर मंडी में भी 42 प्रतिशत कंडीशन सरसों 6900 रूपये प्रति कुंतल रह गए। आने वाले दिनो इसमें तेजी की उम्मीद नहीं है।
सरसों के भावों में गिरावट:
सोमवार को सरसों की कीमतों में 100 से 150 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट देखने को मिली । मलेशिया में पॉम तेल की कीमतों में आई करीब 9 फीसदी की भारी गिरावट के चलते कल घरेलू बाजारों में सरसों एवं सरसों तेल में मंदी दिखी । जयपुर में कल जहां कंडीशन की सरसों के भाव 175 रुपये की गिरावट के साथ 6,900 रुपये, गंगापुर सिटी में 150 रुपए की गिरावट के साथ 6525, आगरा शमशाबाद/दिगनेर 200 रुपए टूटकर 7200 रुपए, अलवर कोटा सलोनी 200 टूटकर 7250 रुपए प्रति क्विंटल रह गए।
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सरसों तेल के भावों में गिरावट:
घरेलू बाजार में सरसों तेल में ग्राहकी कमजोर है, जिस कारण तेल मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही सरसों की खरीद कर रही है । हालांकि जिस तरह से मानसून आगे बढ़ रहा है, उसे देखते जुलाई के पहले सप्ताह तक देश के अधिकांश भाग को कवर कर लेगा। ऐसे में जुलाई में खाद्य तेलों की घरेलू बाजार में सुधार आने के आसार हैं।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें सोमवार को 14 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 1,412 रुपये और 1,402 रुपये प्रति 10 किलो पर पहुंच गई। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 50 रुपये घटकर 2,700 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गई । गंगापुर सिटी में सरसों तेल कच्ची घानी 15 रुपये टूटकर 1400/1405 रुपये और एक्सपेलर 20 रुपये टूटकर 1390/1400 रुपये का रहा ।
खाद्य तेल की कीमतों पर दबाव
व्यापारियों के अनुसार इंडोनेशिया सरकार द्वारा पॉम तेल के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उठाये जा रहे, कदमों से विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों पर दबाव बना हुआ तथा पॉम तेल के भाव घटकर 5,000 रिगिट प्रति टन से नीचे आ गए हैं।
मलेशिया में सितंबर महीने के वायदा अनुबंध में पॉम तेल की कीमतों में 476 रिगिंट यानि की 8.73 फीसदी की गिरावट आकर भाव 4,978 रिगिट प्रति टन रह गए। बीते सप्ताह में भी पॉम तेल की कीमतों में 7.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी।
इंडोनेशिया ने क्रुड पॉम तेल उत्पादों के निर्यात के लिए पिछले सप्ताह तक 820,000 टन से अधिक खाद्य तेल की शिपमेंट के लिए परमिट जारी किए हैं। शिकागों में अवकाश होने के कारण आज कोई कारोबार नहीं हुआ।
एमस्पेक एग्री मलेशिया के अनुसार पहली जून से 20 जून के दौरान मलेशियाई पाम तेल उत्पादों का निर्यात 17 फीसदी घटकर 659,768 टन ही हुआ, जबकि पहली मई से 20 मई के दौरान इनका निर्यात 794,527 टन का हुआ था।
Sarso Report in Hindi
सरसों का भाव कब तक बढ़ सकता है?
व्यापारियों के मुताबिक विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों में दबाव की स्थिति ज्यादा दिन नहीं टिक पाएगी। जल्दी है मानसून के सक्रिय होने एवं त्योहारी सीजन की शुरुआत होने के साथ ही तेल की डिमांड बढ़ेगी। तेल की डिमांड बढ़ने के साथ ही सरसों की कीमतों में फिर से उछाल देखने को मिल सकता है। दूसरी तरफ सरकार की सख्ती के बाद स्टॉकिस्टों के पास स्टॉक नहीं है। मिलें भी अपनी जरुरत के हिसाब से ही सरसों की खरीद कर रही है। फिलहाल सरसों की कीमतों में 100 से 300 रुपये तक की गिरावट देखने को मिल सकती है। नोट: किसी भी प्रकार का व्यापार अपने विवेक से करें।
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक (Mustard Arrival):-
देशभर की मंडियों में सोमवार को सरसों की कुल दैनिक आवक 2.70 लाख बोरियों की हुई, इससे पहले शनिवार को यह 2.65 बोरियों की थी ।
राजस्थान की मंडियों में सरसों आवक 1.40 लाख बोरी
मध्य प्रदेश में सरसों आवक 15 हजार बोरी
उत्तर प्रदेश में सरसों आवक 40 हजार बोरी
हरियाणा और पंजाब में सरसों आवक 25 हजार बोरी
गुजरात में सरसों आवक 10 हजार बोरी
अन्य राज्यों की मंडियों में सरसों आवक 40 हजार बोरी की रही।