अब घर बैठे मोबाइल से करें ऑनलाइन गिरदावरी, जाने पूरी प्रक्रिया (Raj Kisan Girdawari)

Jagat Pal

Google News

Follow Us

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

Raj Kisan Girdawari : नमस्कार किसान साथियों, राजस्थान सरकार ने अबकी बार किसानों को बड़ी राहत देते हुए फसलों की गिरदावरी खुद से ऑनलाइन (Online) करने की सुविधा प्रदान की है। इसके लिए राजस्थान सरकार द्वारा ‘राज किसान गिरदावरी एप’ लॉन्च किया है। जो किसानों के लिए अच्छी खबर है, अब से किसानों को गिरदावरी करवाने के लिए पटवारियों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और किसान घर बैठे बैठे ही अपने स्मार्टफोन से ऑनलाइन अपनी फसल की जानकारी ऐप के माध्य से पोर्टल पर दर्ज करवा सकेंगे।

सरकार के इस कदम से न केवल किसानों की पटवारियों पर निर्भरता खत्म होगी, बल्कि गिरदावरी प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी। गौरतलब है कि खरीफ फसलों की ई-गिरदावरी का कार्य शुरू हो रखा है जिसकी अंतिम तिथि 15 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है।

ऑनलाइन गिरदावरी कैसे की जाती है?

राजस्थान सरकार द्वारा प्रदेश के किसानों की सहूलियत के लिए और पटवारियों की मनमानी रोकने के उद्देश्य से ‘राज किसान गिरदावरी एप’ की शुरुआत की है। आइए जाने! स्टेप बाई स्टेप पूरी प्रक्रिया…

  • सबसे पहले किसान को अपने स्मार्टफोन में Google Play Store पर जाकर Raj Kisan Girdawari एप्लीकेशन को इंस्टॉल करना होगा।
  • अब ऐप में लॉग इन करने के लिए जनाधार आईडी नंबर दर्ज कर Get OTP पर क्लिक करना है।
  • इसके बाद जनाधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा उसे दर्ज कर सबमिट कर देना है।
  • आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त करके वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
  • इसके बाद एप में किसान को अपनी भूमि का खसरा नंबर, जिला, तहसील, और गांव का चयन करना होगा।
  • फसल की जानकारी दर्ज करते समय किसान यह भी बताएंगे कि फसल सिंचित है या असिंचित, और अगर खेत में फलदार पेड़ हैं, तो उनकी संख्या भी दर्ज करनी होगी

ई-गिरदावरी विशेष बातें

एक खातेदार की ओर से संपूर्ण खसरे की गिरदावरी की जा सकती है, और अगर एक खसरे में एक से अधिक फसलें हैं, तो हर फसल की जानकारी अलग से दर्ज करनी होगी।

खास बात यह है कि जिन किसानों के खेत में किसी प्रकार की फसल नहीं है, वे भी बिना फसल की गिरदावरी कर सकते हैं, जिससे भविष्य में किसी भी प्रकार की रबी गिरदावरी बकाया नहीं रहेगी।

  • ई-गिरदावरी से पटवारी पर निर्भरता कम होगी।
  • वास्तविक फसल की गिरदावरी करना हो सकेगा संभव।
  • फसल का अंकन समुचित रूप से हो पाएगा।
  • वास्तविक फसल के आधार पर होगी गिरदावरी।
  • किसान को मिलेगा पूरा लाभ ।

गिरदावरी किस काम आती है?

गिरदावरी करवाना किसानों के लिए फ़ायदेमंद होता है, इससे यह पता चलता है कि किसान ने अपने खेत में कितने रकबे में कौनसी फसल बोई है, फसल सिंचित है या असिंचित है। गिरदावरी की जानकारी से ही किसानों को फसल बीमा, प्राकृतिक आपदा, बैंक ऋण, और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है।

नमस्ते! मैं जगत पाल ई-मंडी रेट्स का संस्थापक, बीते 7 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती-किसानी, मंडी भाव की जानकारी में महारथ हासिल है । यह देश का पहला डिजिटल कृषि न्यूज़ प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है। किसान साथियों ताजा खबरों के लिए आप हमारे साथ जुड़े रहिए। धन्यवाद

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now