Rajasthan Weather News: राजस्थान में मानसून के आने से पहले कई ज़िलों में हुई बारिश ने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी है। प्री मानसून बरसात के शुरू होने के साथ ही किसानों ने खरीफ फसलों की बुवाई शुरू कर दी है । राजस्थान में खरीफ की फसलों में बाजरा, मूंगफली, ज्वार, मक्का और मूंग की सबसे ज्यादा पैदावार होती है।
राजस्थान में मानूसन की एंट्री से पहले ही बारिश शुरू हो चुकी हैं। राजस्थान के अधिकांश ज़िलों में फिलहाल लोगों का उमस और गर्मी बुरा हाल हो रखा है, हालांकि शुक्रवार और शनिवार को कई जिलों में बारिश दर्ज की गई।
इन 8 राज्यों में मानसून ने दी है दस्तक
देश के कई राज्यों में उमस भरी भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली है। मानसून (Monsoon) ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में दस्तक दी है।
मौसम विभाग के द्वारा जारी ताजा अपडेट के मुताबिक़ देश के अन्य 20 राज्यों में अगले 4 से 5 दिन भारी बारिश की संभावना जताई है। इन राज्यों में मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, तटीय कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु शामिल हैं।
राजस्थान में मानसून कब आएगा ?
पूर्वोत्तर भारत में बनी परिस्थितियों को देखकर मौसम विशेषज्ञों के ताजा अनुमान के मुताबिक़ राजस्थान में मानसून आगामी 2-4 दिन में प्रवेश कर सकता है। इस बार मानसून की पूर्वोत्तर लाइन काफी तेजी से आगे बढ़ रही है। जिसके चलते इस बार दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान से पहले जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मानसून पहले पहुंचा है।
लेटेस्ट अपडेट
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आज 25 जून को राजस्थान के कुछ हिस्सों में प्रवेश कर गया है। आगामी दो दिनों में राज्य के कुछ और भागों में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट (25 जून 2023)
जयपुर, दौसा, अलवर, झुंझुनू और आसपास के इलाक़ों में हल्की से मध्यम वर्षा का दौर जारी रहने के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान इन इलाक़ों में कुछ स्थानों पर तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने के साथ 30-50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार से हवा चल सकती है।
जबकि भरतपुर, करौली, चूरु, सीकर, नागौर ज़िलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इन ज़िलों में कहीं-कहीं मेघगर्जना के साथ हल्की वर्षा के साथ 20-30 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार से हवा चल सकती है।
ख़राब मौसम के समय बरते ये सावधानी
मौसम विभाग लोगों को सलाह देते हुए कहा है कि कच्चे घरों, दीवारों बिजली की लाइनों, पेड़ो आदि को नुकसान हो सकता हैं इसलिए इन चीजों से दूर रहें। मेघ गर्जना के समय कभी भी पेड़ों के नीचे खड़े ना हो । इसके साथ ही घर से निकलने से पहले मौसम का हाल जरूर देख लें। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को पहले ही प्लग निकाल दें और मौसम ठीक होने का इंतजार करें।