Kisan Kanoon Vapas Farm Laws To Be Repealed: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज 19 नवंबर 2021 गुरु पर्व और कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर राष्ट्र के नाम संबोधित करते हुए 2020 में लागू किये तीन विवादित नए कृषि कानूनों (3 Farm Laws Repealed) को वापस लेने का ऐलान किया.
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी अपने सम्बोधन में कहा कि मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए यह कहना चाहता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी. उन्होंने कहा कि कुछ किसान भाइयों को समझा नहीं पाए. आज गुरुनानक देव का पवित्र पर्व है. ये समय किसी को दोष देने का समय नहीं है. आज पूरे देश को यह बताने आया हूं कि सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया शुरू कर देंगे. इसके साथ ही, पीएम मोदी ने आंदोलन पर बैठे लोगों को प्रकाश पर्व पर अपने घर वापस जाने की अपील की.
Kisan Kanoon Vapas
Video PM Modi’s address to the nation | 19 Nov 2021
पीएम मोदी ने कहा- किसानों को नहीं समझा पाए
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए गुरु पर्व और कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि ये भी बहुत सुखद है कि डेढ़ साल के अंतराल के बाद करतारपुर साहिब कॉरिडोर अब फिर से खुल गया है. पीएम मोदी ने किसानों की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने कितनी चुनौतियों को काफी करीब से देखा है. उन्होंने कहा कि किसान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. 100 में से 80 किसान ऐसे हैं जिनके पास महज 2 हेक्टेयर जमीन है. ऐसे किसानों की संख्या देश में करीब 10 करोड़ से भी ज्यादा है. उनकी पूरी जिंदगी का आधार यह जमीन का छोटा सा टुकड़ा है और इसी सहारे वे अपना और अपने परिवार का गुजारा करते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि पीढ़ी दर पीढ़ी यह जमीन का टुकड़ा और छोटा जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीज, बीमा और बाजार पर किया काम. उन्होंने ने कहा कि सरकार ने अच्छी क्वालिटी के बीज के साथ ही यूरिया, स्वाइल हेल्थ कार्ड और माइक्रो इरिगेशन से भी जोड़ा. उन्होंने कहा कि हमने 22 करोड़ स्वाइल हेल्थ कार्ड दिया.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की तरफ से की गई उपज की खरीद ने पिछले कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि कृषि मंडियों के आधुनिकीकरण के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च किए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि किसानों का कानूनों को समझाने का भरपूर प्रयास किया गया, अनेक माध्यमों से. लेकिन वह समझ नहीं पाए. उन्होंने कहा कि हमने किसानों की बातों और उनके तर्क को समझने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. जिन कानूनों पर ऐतराज था उनको समझने में सरकार ने भरपूर कोशिश की.
केंद्र ने पिछले वर्ष तीनों कानून किये थे पास
जानकारी के लिए आपको बता दे की केंद्र की मोदी सरकार द्वारा इन तीनों नए कृषि कानूनों को 17 सितंबर 2020 को संसद पास किया गया था. जिसके बाद से लगातार किसान संगठनों द्वारा इन कानूनों का विरोध कर इन्हें वापस लेने की मांग की जा रही थी. किसान संगठनों का कहना था की इन तीन नये कृषि कानून के जरिए सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को खत्म करना चाह रही है और किसानों की डोर बड़े उद्योगपतियों के हाटों में सौफ रही है. जबकि, सरकार का का कहना था कि इन नये कृषि कानूनों के जरिए कृषि क्षेत्र में नए निवेश का अवसर पैदा होगा और किसानों की आमदनी बढ़ेगी. किसानों और सरकार के बीच इस मसले को हल करने के लिए कई दौर की वार्ता के बाद भी इस पर सहमति नहीं बन पाई.