Mustard Weekly Report 21 August: पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार जयपुर सरसों 5850 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम 5925 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान सरसो में मांग निकलने से +75 रुपये प्रति क्विंटल की मजबूत दर्ज हुआ।
कमजोर बिकवाली और मांग बने रहने से सरसो, सरसो तेल और खल में इस सप्ताह बढ़त दर्ज की गयी। हालांकि सप्ताह अंत तक लेवाल कमजोर पडे जिससे भाव थोड़े नरम पड़े।
जयपुर सरसो भाव इस सप्ताह 75 रुपये बढ़ा। भरतपुर में 137 और सलोनी में 125 रुपये की बढ़त दर्ज की गयी।
वहीं कच्ची घानी में भी 2 रुपये की बढ़त दर्ज की गयी। खल की मांग मजबूत रही जिसके चलते इस सप्ताह 70-80 रुपये/ क्विंटल की बढ़त दर्ज की गयी।
अन्य डीओसी की तुलना में भाव कम होने और डीओआरवी के नियत पर प्रतिबन्ध से सरसो डीओसी के निर्यात में 94% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
जुलाई महीने से सरसो डीओसी का निर्यात 2.73 लाख टन हुआ। जबकि जून में 1.40 लाख टन निर्यात हुआ। डीओआरवी के निर्यात पर प्रतिबंद के बाद सरसो डीओसी की मांग बनी रहने से इसमें ज्यादा गिरावट की उम्मीद कम। हालांकि अच्छी तेजी के बाद हलकी मूनाफावसूली से इंकार नहीं किया जा सकता है।
सरसो पर नाफेड की बिकवाली का खतरा है जिसके चलते मिल वाले भाव बढ़ाकर खरीदने से बच रहे हैं। वही सरसो तेल का सोया तेल के साथ अंतर बढ़ने से मांग भी अटक रही है। एक बार नाफेड का स्टॉक खाली हो जाएगा तो सरसो कोई डर की बात नहीं रहेगी। जब तक नाफेड की बिकवाली नहीं शुरू होती तब तक सरसो के भाव घट बढ़ के साथ मजबूत रहेगा।
जयपुर सरसो अपने रेजिस्टेंस 6000 के ऊपर टिकने में असफल रहा। इस सप्ताह हमने पिछले साप्ताहिक रिपोर्ट में भी कहा था और अभी भी यही राय रहेगी की हर उपल मैं धीरे धीरे मुनाफावसूली करे। सरसो में पुरे साल 300/400 रुपये की उठा पटक देखने को मिलेगी।