MSP Procurement: कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में ऐलान किया कि 2025 के रबी विपणन सत्र के लिए 37.39 लाख टन चना और मसूर की खरीद को मंजूरी मिल गई है। इतना ही नहीं, 28.28 लाख टन सरसों भी न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर खरीदी जाएगी।
केंद्र सरकार ने मूल्य समर्थन योजना के तहत यह कदम उठाया है। इसके लिए नैफेड और एनसीसीएफ जैसी केंद्रीय एजेंसियां एमएसपी पर फसलों की खरीद करेंगी। इसमें 27.99 लाख टन चना और 9.40 लाख टन मसूर शामिल है। सरसों की बात करें तो 28.28 लाख टन की खरीद होगी। कृषि मंत्री ने राज्य सरकारों से साफ कहा है कि किसी भी हाल में फसलें एमएसपी से कम दाम पर न खरीदी जाएं। यानी अब किसानों को उनकी फसल का पूरा हक मिलेगा।
कृषि मंत्री ने खरीफ दलहन की खरीद पर जानकारी देते हुए बताया कि अरहर की खरीद अब तक 2.46 लाख टन हो चुकी है। इससे 1.71 लाख किसानों को लाभ मिला है। आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र जैसे नौ राज्यों में अरहर, उड़द और मसूर की खरीद चल रही है। उत्तर प्रदेश में तो तुअर की कीमतें MSP से भी ऊपर चल रही हैं। सरकार का दावा है कि नोडल एजेंसियां 100 प्रतिशत दलहन खरीद रही हैं।
2025 के बजट में सरकार ने दालों की खरीद को चार साल तक जारी रखने का प्लान बनाया है। इसका मकसद है देश को दालों में आत्मनिर्भर बनाना। कर्नाटक में किसानों को राहत देते हुए खरीद की समय सीमा 30 दिन बढ़ाकर 1 मई कर दी गई है। यानी अब वहां के किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए ज्यादा वक्त मिलेगा।