Mosam ki Jankari 11 April 2025 : क्या उत्तर और मध्य भारत की चिलचिलाती गर्मी के बीच मौसम विज्ञान विज्ञान विभाग (IMD) के ताजा अपडेट के मुताबिक, 12 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) उत्तर भारत के मौसम को पलटने वाला है। दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में बारिश, ओलावृष्टि और 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली तेज हवाएं गर्मी से राहत दिलाने आ रही हैं। पर यह राहत कितने दिन की मेहमान है? आइए, IMD के विशेषज्ञों की रिपोर्ट और किसानों के लिए जरूरी सलाह के साथ समझते हैं पूरा मामला।
12 अप्रैल से शुरू होगा मौसम का बदलाव
IMD के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राजेश कुमार के अनुसार, “पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव 12 अप्रैल की सुबह से दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दिखना शुरू हो जाएगा।” इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ 30-40 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने नागरिकों से पेड़ों और बिजली के तारों से दूरी बनाने की सलाह दी है।
13-14 अप्रैल: गरज के साथ भारी बारिश, धूलभरी आंधी का अलर्ट
अगर आपको लगता है कि 12 अप्रैल की बौछारें ही काफी हैं, तो संभल जाइए! 13 और 14 अप्रैल को मौसम और जोर पकड़ेगा। IMD की चेतावनी है कि दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान और पश्चिमी यूपी में गरज के साथ तेज बारिश, ओलावृष्टि और धूल भरी आंधी आ सकती है। इस दौरान दिन का तापमान 3-5 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जो पिछले कुछ दिनों की भीषण गर्मी के बाद सुकून भरा होगा।
किसान भाई बरतें ये सावधानियां
मौसम विभाग ने किसानों के लिए विशेष गाइडलाइन जारी की है। गेहूं की कटाई पूरी कर चुके किसानों को अनाज को नमी से बचाने के लिए सूखे और ऊंचे स्थानों पर भंडारण करने की सलाह दी गई है। वहीं, जिन क्षेत्रों में ओलावृष्टि की आशंका है, वहां बागवानी करने वाले किसानों को पेड़ों को ढकने या नेट की मदद से सुरक्षा करने की सिफारिश की गई है।
पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी, यात्रियों के लिए अलर्ट
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में 12 से 14 अप्रैल के बीच बर्फबारी होने का अनुमान है। IMD ने यहां यात्रा करने वाले लोगों को सलाह दी है कि वे मौसम अपडेट और सड़क परिवहन विभाग के निर्देशों पर नजर रखें। स्थानीय प्रशासन ने लैंडस्लाइड प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
कितने दिन रहेगी ठंडी हवाओं की दस्तक?
IMD के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 3 दिनों में अधिकतम तापमान 3-5°C गिरेगा, लेकिन 15 अप्रैल के बाद से फिर गर्मी बढ़ने लगेगी। मध्य भारत में भी तापमान में 2-4°C की गिरावट दर्ज की जाएगी। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि मई के पहले सप्ताह तक ऐसे 2-3 और पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है, जो गर्मी को नियंत्रित रख सकते हैं।