केंद्र सरकार पिछले साल के मुकाबले इस साल प्याज का बफर स्टॉक डबल करेगी | पिछले साल केंद्र सरकार ने एक लाख टन प्याज़ का बफर स्टॉक रखा था, जबकि अबकी बार यह स्टॉक दो लाख टन रहेगा |
बफर स्टॉक एक लाख टन होने के बावजूद भी पिछले साल सरकार ने प्याज़ की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए प्याज़ का आयात किया था | लेकिन इस साल जहाँ प्याज़ की पैदावार बम्पर स्तर पर है वहीँ सरकार भी बफर स्टॉक को डबल करने को तैयार है |
केंद्र सरकार के अनुसार बफर स्टॉक डबल करने का उद्देश्य किसानों को प्याज़ का अच्छा दाम दिलाने के साथ साथ उपभोक्ताओं का ख्याल रखना भी है |
सात राज्यों से होगी प्याज की खरीद
भारत सरकार की खरीद एजेंसी नैफेड इस साल महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात के अलावा तामिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से प्याज़ की खरीद करेगी | नैफेड इस साल दो लाख टन प्याज़ का स्टॉक करेगी, जो पिछले साल से डबल होगा|
नैफेड ने अपनी भण्डारण क्षमता पचास हज़ार टन बढ़ाई है और उत्पादन क्षेत्रों में ही भंडारण की व्यवस्था कर रही है | प्याज़ की सरकारी खरीद अगले महीने अप्रैल से शुरू की जाएगी |
प्याज़ की कीमतों पर होगा नियंत्रण
दिल्ली और आसपास के हरियाणा और यू पी के क्षेत्रों में वर्तमान समय में भी प्याज़ 50 रुपए की खुदरा कीमत पर बिक रहा है | नैफेड के प्रबंधक निदेशक के अनुसार जैसे जैसे मंडियों में प्याज़ की आवक बढ़ रही है वैसे वैसे ही कीमतों में गिरावट दर्ज़ की जा रही है |
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि कोई बिचौलिया न होने के कारण प्याज़ का दाम सीधा किसान के खाते में जायेगा, जिस से किसान का लाभ बढ़ेगा | किसानों को उचित भाव मिलने से उनकी आय बढ़ेगी |
भंडारण व्यवस्था में किये जा रहे हैं सुधार
अधिकारी ने आगे बताया कि लम्बे समय तक प्याज़ की फसल को सुरक्षित रखने के लिए भण्डारण की व्यवस्था में सुधर किये जा रहे हैं | सरकार प्याज़ भण्डारण व्यवस्था में सुधार के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रही है | पी पी पी मॉडल में तैयार किया गया महाअनियन भारत का पहला प्याज़ स्टोरेज व मार्केटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर है |
इस साल प्याज़ उत्पादन होगा ज्यादा
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार इस साल प्याज़ का उत्पादन लगभग 262 .29 लाख टन है | जबकि पिछले साल प्याज़ का उत्पादन 260 .90 लाख टन रहा था |