Farmers Protest: देश के किसान एक बार फिर आगामी लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र की मोदी सरकार को घेरने का मन बना चुके है। किसान सरकार से अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहे है। साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के आह्वान पर 16 फरवरी को भारत बंद का ऐलान भी कर दिया गया है।
ताज़ा मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ यह ऐलान सरकार की ओर से 12 फरवरी को चंडीगढ़ में बातचीत के लिए न्योता दिए जाने के बाद किया है। जिसमें सभी किसान संगठनों ने भाग लेने का फैसला किया है। किसानों ने कहा है कि बंद के दौरान सभी राजमार्गों (Highways) पर 4 घंटे तक के लिए चक्काजाम किया जाएगा। खबरों के मुताबिक किसानों के इस बंद का मजदूर संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया है।
13 फरवरी को ‘दिल्ली चलो मार्च’ करेंगे किसान
MSP पर गारंटी समेत अन्य मुद्दों को लेकर पंजाब हरियाणा किसान एक बार फिर सरकार से अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाने की तैयारी में है। किसान संगठनों ने 13 फरवरी को “दिल्ली चलो मार्च” का ऐलान किया है। किसानों के इस ऐलान के बाद प्रशासन परेशान नजर आ रहा है। प्रशासन को डर है कहीं एका फिर 2020-21 जैसे हालात ना पैदा हो जाए। इसी डर की वजह से सरकार ने आनन-फानन में किसान नेताओं से मुलाकात के लिए मंत्रियों को भेजा गया है। आइए जानते हैं कि किसान आखिर क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं और क्या है इस बार किसानों की सरकार से मांगें…
Farmers Protest- ये है सरकार से किसानों की मुख्य मांगें?
- पंजाब-हरियाणा के किसानों ने केंद्र सरकार से मांग रही है कि उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी दी जाये।
- किसानों को पेंशन की सुविधा हो एवं उचित और समय पर फसल बीमा दिया जाए।
- 2020 में हुए किसान आंदोलन के दौरान जिन लोगों पर केस दर्ज किए गए थे, उन्हें रद्द कर दिया जाए।
- स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों को लागू किया जाए।
- लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए पीड़ितों को न्याय दिलवाया जाए।
12 फरवरी को सरकार की तरफ़ से बैठक का प्रस्ताव
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने इस संबंध में मीडिया को बताया कि केंद्र सरकार ने उनकी मांगों पर चर्चा को लेकर उन्हें 12 फरवरी को आमंत्रित किया है। उन्होंने बताया कि 3 केंद्रीय मंत्री- पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत करने के लिए 12 फरवरी को चंडीगढ़ पहुंचेंगे। यह बैठक कल चंडीगढ़ के महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में होगी जिसमें किसानों की तरफ से उठाई गई मांगों को रखा जाएगा।
सरकार ने बढ़ाई सुरक्षा व्यवस्था
किसानों के 13 फरवरी को ‘दिल्ली चलो मार्च’ को देखते हुए सरकार ने पंजाब, हरियाणा और यूपी की दिल्ली पहुंचने वाली सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बार्डर को सील कर दिया गया है साथ ही हरियाणा के कुछ शहरों में अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। सरकार किसानों को अपने आंदोलन वापस लेने के लिए मनाने में जुटी हुई है। इसके लिए बैठकों का दौर जारी है।