किसान आंदोलन 2023: न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ किसानों की अन्य मांगों की गुथी अब तक नहीं सुलझी है। पिछले वर्ष चले किसान आंदोलन में भी यही सब मुद्दे थे। ये मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। अखिल भारतीय किसान सभा (All India Kisan Sabha (AIKS)) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रावुला वैंकया ने कहा कि किसानों की मांगो का आंदोलन बजट सत्र के साथ करेंगे। ये निर्णय अखिल भारतीय किसान सभा ने अपनी बैठक में लिया है।
किसानो की मांगों के लिए आंदोलन देश के विभिन्न हिस्सों में चल रहे हैं। पिछले वर्ष के किसान आंदोलन केंद्र सरकार ने कृषि के तीनों नए कानूनों को वापिस लेकर आंदोलन को स्थगित कर दिया था। परन्तु अब तक सरकार ने किसानों की MSP की मांगों पर कोई करवाई नहीं की है।
AIKS ने कहा है की हम बजट सत्र के साथ आंदोलन करेंगे और 26 जनवरी को ट्रेक्टर रैली निकालेंगे।
कर माफी के लिए अलग से कमीशन बनाने की मांग
संयुक्त किसान मोर्चा की मांग ये है कि किसान और मजदूरों के कर माफ़ी के लिए भी अलग से एक कमीशन बनाया जाए। इसके चलते पीड़ित किसान और मजदूरों को सरकार की कर्जमाफी का फायदा सही तरीके से मिल सके।
इन सब मांगों के साथ पिछले वर्ष हुए लखीमपुर खीरी मामले में किसानों पर हुए मुकदमों को वापिस लिया जाए। और केंद्रीय मंत्री श्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करके गिरफ्तार किया जाए। ताकि निर्दोष किसानों को न्याय मिल सके।
राकेश टिकैत ने क्या कहा है
भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री राकेश टिकैत भी बक्सर गए हुए हैं। वो वह के किसानों से मिल रहे हैं। इनका कहना है कि सरकार अगर किसानों की मांगों को पूरा नहीं करती है तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।
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