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DAP खाद की कमी: खाद संकट के चलते किसानों को सिंगल सुपर फास्फेट का उपयोग करने की सलाह

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DAP खाद की कमी ने बढ़ाई किसानों की चिंता

किसान न्यूज़ : देश में रबी सीजन की तिलहन फसलों की बुवाई का कार्य शुरू हो चूका है, किसान फसलों की बुवाई के लिए DAP खाद का अधिक उपयोग करते है। लेकिन इस बार देश में DAP खाद की कमी देखने को मिल रही है । ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है की इस बार किसान अपनी फसलों की की बिना DAP खाद के बिजाई कैसे करेंगे ? इसी खाद संकट से निपटने के लिए राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश इत्यादि राज्यों में कृषि विभाग द्वारा DAP खाद की जगह SSP खाद (उर्वरक) के उपयोग की सलाह दी जा रही है ।

हनुमानगढ़: जिले में डीएपी उर्वरक (DAP fertilizer) की कमी को देखते हुए रबी सीजन में खाद का संकट टालने में सरकारी तंत्र जुड़ा हुआ है। कलेक्टर नथमल डिडेल ने किसानों से फास्फोरस उर्वरक डीएपी की जगह सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) उर्वरक के उपयोग को बढ़ावा देने की अपील की है। कलेक्टर ने सिंचाई पानी की उपलब्धता को देखते हुए अधिक पानी वाली फसल गेहूं की जगह कम पानी में पकने वाली फसल चना सरसों की बुवाई करने की सलाह किसानों को दी है।

उपनिदेशक कृषि विस्तार धनाराम गोदारा ने बताया कि सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक (SSP) DAP खाद से सस्ता तथा आसानी से प्राप्त होने वाला उर्वरक होने के साथ फास्फोरस के अलावा सल्फर एवं कैल्शियम पोषक तत्वों की पूर्ति करता है। यह उर्वरक विशेषकर तिलहन एवं दलहन फसलों के लिए बहुत उपयोगी है। लिहाजा इसके उपयोग को बढ़ावा दिया जाए।

कृषि विभाग के नोहर , भादरा और हनुमानगढ़ के सहायक निदेशकों को पत्र लिखकर किसानों को DAP Khad की जगह सिंगल सुपर फास्फेट का उपयोग करने और गेहूं की जगह कम पानी में पकने वाली चना सरसों की फसलों को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा है। पत्र में बताया है कि सरसों चना में न केवल कम सिंचाई पानी की आवश्यकता होती है बल्कि उर्वरकों की जरूरत होती है। इसलिए इन फसलों की बुवाई को लेकर बढ़ावा दिया जाए।

जिला स्तरीय किसान गोष्ठी

किसानों को इससे अवगत करवाने के लिए आज 11 अक्टूबर को जिला स्तरीय किसान गोष्ठी का आयोजन जिला मुख्यालय पर आत्मा कार्यालय सभागार में आयोजित किया जाएगा। वहीं प्रत्येक कृषि पर्यवेक्षक मुख्यालय पर 12 अक्टूबर को गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। जिन कृषि पर्यवेक्षकों के पास अतिरिक्त मुख्यालय का कार्यभार है, उन मुख्यालयों पर 13 अक्टूबर को किसान गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। 12 अक्टूबर को आयोजित गोष्ठियों को लेकर पंचायत समिति वार्ड प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।

किसान इसे भी पढ़े : DAP तथा SSP खाद में कौन बेहतर है? जाने इस्तेमाल व फायदे

Web Title: DAP Fertilizer Shortage: Farmers advised to use single super phosphate due to fertilizer crisis

Read Also : सरसों की बुवाई (बिजाई) कब और कैसे करें? आइये जाने सही तकनीक के बारें में

नमस्ते! मैं जगत पाल ई-मंडी रेट्स का संस्थापक, बीते 7 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती-किसानी, मंडी भाव की जानकारी में महारथ हासिल है । यह देश का पहला डिजिटल कृषि न्यूज़ प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है। किसान साथियों ताजा खबरों के लिए आप हमारे साथ जुड़े रहिए। धन्यवाद

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