चना, मसूर, तुवर भाव साप्ताहिक तेजी मंदी 8 मई 2023: बीते सप्ताह चना, मसूर और तुवर का बाजार भाव और तेजी-मंदी की विस्तृत जानकारी ई-मंडी रेट्स के इस आर्टिकल में प्रकाशित की जा रही, ताकि आप इस विश्लेषण को पढ़ कर जान सके कि आने वाले दिनों में बाजार का रूख क्या कुछ रह सकता है । आइये पढ़े, साप्ताहिक रिपोर्ट
चना सप्ताहिक रिपोर्ट
बीते सप्ताह के शुरुआती कारोबारी दिन यानी सोमवार को दिल्ली राजस्थान लाइन नया चना 5050 रुपये पर खुला था जोकि शनिवार शाम ओल्ड चना 5125 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान चना दाल बेसन में मांग निकलने से +75 रूपये कुन्टल की मजबूत दर्ज हुआ।
चना बाजार में पिछले सप्ताह रही छिटपुट मजबूती मंडियों में धीमी आवक और दालों की मांग में सुधार से मजबूती दर्ज की गई। चना भाव एमएसपी 5335 से काफी नीचे होने से अधिकतर किसानों की बिक्री नाफेड हो रही है। चूँकि अधिकतर स्टॉक नाफेड को जा रही है इसलिए मंडियों में आवक कमजोर है।
मध्य प्रदेश के कई किसानों ने पहले चना मंडियों में बेच दिया और जानकारी वे महाराष्ट्र से लेकर नाफेड को दे रहे हैं । मध्य प्रदेश में नाफेड द्वारा चना खरीदी बढ़ी है। इस वर्ष महाराष्ट्र और दक्षिण राज्यों में चना उत्पादन अच्छा रहा और भाव कम रहने से नाफेड को अच्छी मात्रा में चना मिला । लेकिन प्राइवेट एजेंसी के द्वारा किए गये सर्वे के अनुसार देश में चना की टोटल फसल कमजोर है।
जून माह से मंडियों में चना की आवक कमजोर पड़ेगी और मिलर्स को चना नफेड के पास से चना खरीदना पड़ सकता है। चना का फंडामेंटल अच्छा है लेकिन नाफेड के पास अधिक स्टॉक होने से भविष्य उसकी बिक्री निति पर निर्भर वर्तमान भाव में चना में रिस्क कम । शादी ब्याह और खपत का सीजन है इसलिए शार्ट टर्म के लिए खरीदी किया सकता है। दिल्ली चना 5400 पर मजबूत सपोर्ट (राजस्थान) को सपोर्ट; 5000 मजबूत यदि दिल्ली चना (राजस्थान) 5400 के ऊपर निकले तो 5800-6000 तक जाए तो आश्चर्य नहीं।
काबुली चना सप्ताहिक रिपोर्ट
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार इंदौर काबुली (40/42) 12,300 रुपये पर खुला था और शनिवार शाम (40/42) 12,400 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान काबुली चना मे मांग बनी रहने से +100 रूपये प्रति कुन्टल की मजबूत दर्ज हुआ।
काबुली चना का दाम मंडियों में कुछ मजबूत लेकिन कंटेनर में रहा स्थिर काबुली चना (कंटेनर 42-44) पिछले डेढ़ माह से 1000 रुपये की रेंज में कारोबार कर रहा है।
मंडियों में काबुली चना की आवक उम्मीद से कम है इसका कारण हाल में अवकाश और बारिश। हालांकि काबुली की फसल अच्छी बोआई के बाद इस साल यील्ड में कमजोरी के कारण कम बताई जा रही।
जानकारों के अनुसार इस साल चना की मीडियम क्वालिटी अधिक है और बोल्ड क्वालिटी की काफी कमी है। अंतराष्ट्रीय बाजार में भी क्वालिटी काबुली का स्टॉक कमजोर है और भाव भी ऊँचे है।
बोल्ड भारतीय काबुली का निर्यात इस सीजन बेहतर रहने की उम्मीद दिग्गज कारोबारी जाती रहे हैं। जानकारों के मुताबिक़ काबुली में 11700 के नीचे कमजोरी, जबकि 12900 के ऊपर तेजी विदेशों में फसल और निर्यात बढ़ने की उम्मीद को देखते हुए काबुली का भविष्य उज्वल रह सकता है।
मसूर की सप्ताहिक रिपोर्ट
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार कटनी मसूर 5825 रुपये पर खुला था ओर शनिवार 5825/50 रुपये पर बंद हुआ बीते सप्ताह के दौरान मसूर व मसूर दाल मे मांग निकलने से +25 रूपये प्रति कुंटल की मजबूत दर्ज हुआ।
ऑस्ट्रेलिया मसूर निर्यात स्रोत: ABS (मात्रा टन में) मार्च 2023-1, 68,650 फरवरी 2023-1,96, 224 बदला 14% ऑस्ट्रेलिया से भारत को मसूर का निर्यात अक्टूबर 2022-32,278 नवम्बर 2022 – 4,506 दिसंबर 2022-85,923 जनवरी 2023-32,202फरवरी 2023-1,04,052 मार्च 2023-24,098 अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 तक 2,83,059 मार्च में ऑस्ट्रेलिया से भारत को मसूर का निर्यात घटा।
अक्टूबर से मार्च तक ऑस्टेलिया ने कुल 7,33,879 टन मसूर निर्यात की। भारत सबसे बड़ा खरीदार, भारत के बाद बांग्लादेश को 1,71,960, इजिप्ट को 48,784, नेपाल को 30,884, श्रीलंका को 66, 232, टूर्की को 38,794 टन मसूर निर्यात हुआ।
तुवर की सप्ताहिक रिपोर्ट
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार अकोला तुुवर नयी मारूति 8900 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम 9000 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान अकोला तुवर दाल मे मांग बनी रहने से +100 रूपये प्रति कुन्टल मजबूत दर्ज हुआ।
देशी तूवर के दाम में अच्छी मजबूती दर्ज की गई जबकि लेमन तुवर के दाम चेन्नई और बर्मा में कमोबेश स्थिर रहे पिछले सप्ताह तुवर में मजबूती का कारण कमजोर होती सप्लाई है अधिकतर मिलर्स के पास 10-15 दिन से अधिक का स्टॉक नहीं तुवर दाल में प्रमुख केंद्रों पर जरुरतनुसार कामकाज जारी है।
इस बीच उपभोक्ता मंत्रालय ने इम्पोर्टर्स को 3 माह से अधिक स्टॉक को बेचने का आदेश दिया है। उपभोक्ता मंत्रालय ने कहा है की यदि आदेश का पालन नहीं होगा तो माल जब्त भी किया जा सकता है। इस खबर के बाद तुवर दाल में ग्राहकी थोड़ी रुकती नजर आई अफ्रीका से नए फसल के सौदे होने शुरू हो गए और यह सितम्बर मध्य या अक्टूबर से आ सकता है। तुवर का भविष्य सरकार के कदमों पर निर्भर लेकिन फंडामेंटल देखे तो मजबूत है।
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डिस्क्लेमर:
Pulses Future Price Report: चना, मसूर और तूवर साप्ताहिक तेजी मंदी रिपोर्ट 8 अप्रैल 2023: कृपया व्यापार अपने स्वयं के विवेक से करें। हमारा उद्देश किसानों तक केवल जानकारी पहुँचाना है। किसी भी प्रकार के नफे या नुकसान (nafa nuksan) की हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।