Cotton Seed Oil Cake (Binola Khal): प्रमुख कपास उत्पादक राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र एवं तेलंगाना की उपज मंडियों में कपास की आवक बढ़ने से बिनौला की उपलब्धता बढ़ी है, जिससे बिनौला के साथ ही कपास खली की कीमतों पर दबाव बना हुआ है।
देशभर की मंडियों में कपास की दैनिक आवक बढ़कर डेढ़ लाख गांठ (1 गांठ-170 किलो) के करीब पहुंच गई है, जिस कारण बिनौला की उपलब्धता पहले की तुलना में बढ़ी है। उधर विश्व बाजार में खाद्य तेलों के दाम कमजोर हुए हैं जिस कारण बिनौला में तेल मिलों की मांग भी अपेक्षाकृत कमजोर है। इसीलिए बिनौला के साथ ही कपास खली के दाम कमजोर हुए हैं। ये भी जाने : Narma Kapas Ka Bhav: आज नरमा और कपास में आया इतना बदलाव, कपास उत्पादन 337.5 लाख गांठ रहने का अनुमान
व्यापारियों के अनुसार चालू सीजन में कपास का उत्पादन अनुमान पिछले साल की तुलना में ज्यादा है, तथा किसानों की बिकवाली कम आने से अक्टूबर से जनवरी के दौरान कपास की कुल आवक पिछले साल की तुलना में 35 से 40 फीसदी कम हुई थी, लेकिन फरवरी में कपास की आवक बढ़ी है।
उत्पादक राज्यों में रबी फसलों की आवक बढ़ने से किसानों की कपास में बिकवाली बढ़ी है। ऐसे में उम्मीद है कि अभी बिनौला एवं कपास खली की कीमतों में और भी गिरावट आने का अनुमान है।
कपास खली में आई इतनी गिरावट
महाराष्ट्र की सिल्लोड मंडी में पिछले 6 कार्य दिवसों से कपास खली की कीमतें में करीब 150 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आकर भाव 2,860 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान गुजरात की राजकोट मंडी में इसके दाम घटकर 1,480 से 1,490 रुपये प्रति 50 किलो रह गए। बिनौला की कीमतों में पिछले दस दिनों में करीब 250 से 300 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया है। नागपुर मंडी में बिनौला के दाम घटकर बुधवार को 3,100 से 3,400 रुपये एवं यवतमाल में 3,300 से 3,400 रुपये प्रति प्रति क्विंटल रह गए।
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